रायबरेली में पीएम मोदी की जनसभा में नहीं पहुचे लोग, खाली रहीं कुर्सियां!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार कांग्रेस का गढ़ समझे जाने वाले उत्तर प्रदेश के रायबरेली में जनसभा की लेकिन वहां उम्मीद से कम लोग उन्हें सुनने पहुंचे थे। आलम यह था कि जनसभा स्थल पर लगाई गई अधिकांश कुर्सियां खाली दिखीं। जब राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभा को संबोधित कर रहे थे तब भी वहां सभास्थल पर बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली दिखीं। शायद यही कारण रहा कि प्रधानमंत्री की सभा को तय समय से एक घंटा देरी से शुरू किया गया। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि जब पीएम सभा को संबोधित कर रहे थे तब भीड़ थी। बता दें कि रायबरेली यूपीए अध्यक्ष और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है।

प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका यह पहला रायबरेली दौरा था इसलिए भाजपा नेताओं खासकर सीएम योगी ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए ठोस निर्देश दिए थे। निर्देश के मुताबिक भाजपा के पदाधिकारियों ने एड़ी-चोटी का जोर भी लगा दिया था लेकिन उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुट पाई। जनसभा करने से पहले पीएम मोदी मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री गए, जहां उन्होंने फैक्ट्री में बनाए गए 900वें कोच और एक हमसफर कोच को हरी झंडी दिखाई। इसके अलावा पीएम ने वहां कई विकास योजनाओं का भी शिलान्यास और लोकार्पण किया।

सोनिया के गढ़ में पीएम ने की सभा, खाली रहीं कई कुर्सियां

सोनिया के गढ़ में पीएम ने की सभा, खाली रहीं कई कुर्सियां..

Posted by Jansatta on Sunday, December 16, 2018

प्रधानमंत्री की रायबरेली जनसभा को भाजपा द्वारा राज्य में लोकसभा चुनाव का आगाज माना जा रहा था इसलिए भाजपा नेताओं ने इसके लिए पूरा दम लगा दिया था। मोदी के कार्यक्रम को लेकर भाजपा नेताओं की सजगता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खुद सीएम योगी इस पूरे आयोजन की मॉनिटरिंग कर रहे थे। तमाम प्रशासनिक महकमा भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए दिन रात लगा हुआ था। वीडियो में सुनाई दे रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर मौजबदगी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाषण दे रहे हैं लेकिन कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। स्‍थानीय पत्रकार उपेन्द्र सिंह ने बताया कि रायबरेली में जिस तरह सोनिया गांधी की सभाओं में भीड़ जुटती है वैसा नजारा प्रधानमंत्री मोदी की सभा में नजर नहीं आया।

इस सभा में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आज देश के सामने दो पक्ष हैं। एक पक्ष सरकार का, जो हर तरह से कोशिश कर रही है कि हमारी सेना की ताकत बढ़े। दूसरा पक्ष उन ताकतों का है, जो किसी भी कीमत पर देश को कमजोर करना हैं। देश देख रहा है कि कांग्रेस उन ताकतों के साथ खड़ी है जो हमारी सेनाओं को मजबूत नहीं होने देना चाहतीं। ऐसे लोगों के लिए देश का रक्षा मंत्रालय भी झूठा है, देश की रक्षा मंत्री भी झूठी हैं, भारतीय वायुसेना के अफसर भी झूठे हैं, फ्रांस की सरकार भी झूठी है, अब तो उन्हें देश की सर्वोच्च अदालत भी झूठी लगने लगी है।”

पीएम ने आगे कहा, “करगिल युद्ध के बाद हमारी वायुसेना ने आधुनिक विमानों की जरूरत बताई थी। अटल जी की सरकार के बाद कांग्रेस ने 10 साल देश पर राज किया, लेकिन वायुसेना को मजबूत नहीं होने दिया। आखिर क्यों? किसके दबाव में? रक्षा सौदों के मामले में कांग्रेस का इतिहास बोफोर्स घोटाले वाले क्वात्राकी मामा का रहा है। हेलीकॉप्टर घोटाले के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल को पकड़कर कुछ दिन पहले ही भारत लाया गया है।”

साभार- जनसत्ता