रियासत की तक़सीम के ख़िलाफ़ जगन की सदर जमहूरीया से नुमाइंदगी

सदर वाई एस आर कांग्रेस जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली में सदर जमहूरीया परनब मुख‌र्जी से मुलाक़ात करके आंध्र प्रदेश को मुत्तहिद रखने की नुमाइंदगी की और ग़ैर दस्तूरी तरीक़े से रियासत की तक़सीम का इल्ज़ाम लाग‌या और कहा कि तशकीले तेलंगाना का तरीके कार मुल्क की दुसरे रियास्तों के लिए ख़तरे की घंटी साबित हो सकता है।

बादअज़ां उन्होंने मीडीया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पाँच सफ़हात पर मुश्तमिल याददाश्त सदर जमहूरीया को पेश करते हुए रियासत की तक़सीम के मुआमले में मुदाख़िलत की अपील की है।

जिस पर सदर जमहूरीया ने मुसबत रधे अमल का इज़हार किया है। उन्होंने आर्टीकल 3 में तरमीम करके रियास्तों की तक़सीम के लिए मर्कज़ के इख़्तयारात ख़त्म करने या असेंबली की रजामंदी को लाज़िमी बनाने का सदर जमहूरीया से मुतालिबा किया।

उन्होंने कहा कि वो आर्टीकल 371 डी के ताल्लुक़ से सदर जमहूरीया से तबादला करचुके हैं। उन्होंने कांग्रेस पर रियासत की ग़ैर दस्तूरी तक़सीम का इल्ज़ाम लाग‌ते हुए कहा कि हुक्मराँ जमात अपने कमज़ोर मौक़िफ़ वाली रियास्तों को सिर्फ़ सियासी मुफ़ाद के लिए तक़सीम करसकती है।

ये मुआमला सिर्फ़ आंध्र प्रदेश तक महिदूद नहीं है, मुल्क की दुसरे रियास्तों को आंध्र प्रदेश जैसी सूरते हाल का सामना करना पड़ सकता है।

उन्होंने कहा कि 60 साल पहले लिसानी बुनियाद पर रियासत की तक़सीमे अमल में आई थी, ताहम अपने सियासी फ़ायदे के लिए कांग्रेस तेलुगु अवाम को दो हिस्सों में तक़सीम कर रही है। उन्होंने कहा कि रियासत की तक़सीम से पानी के मसाइल पैदा हो सकते हैं। तालीम और मुलाज़िमतों के अलावा दुसरे मसाइल और तनाज़आत खड़े हो सकते हैं।

उन्होंने रियासत को मुत्तहिद रखने में तीनों इलाक़ों की तरक़्क़ी का इद्दिआ करते हुए कहा कि उन्हें सदर जमहूरीया पर भरोसा है कि वो रियासत की ग़ैर दस्तूरी तक़सीम की इजाज़त हरगिज़ नहीं देंगे।