हसीन जहां का अब यूपी पुलिस पर आरोप, कहा- ससुराल में ताला पुलिस ने लगवाया

ससुरालियों से विवाद के बीच अलीनगर सहसपुर पहुंची हसीन जहां को मदद करना ग्राम प्रधान को भी महंगा पड़ रहा है। हसीन को ठहराने और उसकी मदद करने पर ग्राम प्रधान अब्दुल हन्नान को धमकी दी गई है।

दरअसल रविवार को गांव सहसपुर अलीनगर पहुंची हसीन को शमी के घर ताला मिला था, जिस कारण मानवता दिखाते हुए ग्राम प्रधान अब्दुल हन्नान ने हसीन और उसके साथ आए लोगों को कुछ देर ठहरराया था। जिस पर शमी के परिजनों के साथ ही पुलिस की ओर से धमकी दी गई है। इस बावत हसीन ने मीडिया को बताया कि ग्राम प्रधान को धमकी देने के कारण उसकी कोई मदद को आगे नहीं आ पा रहा है।

बताया गया कि पुलिस ने हसीन को शुरू में शमी के ताऊ के घर ठहराया था। जहां पर हसीन ने सुरक्षा के लिहाज से ग्राम प्रधान के घर ठहरने पहुंची थी। हसीन का आरोप है कि पुलिस की तरफ से प्रधान को धमकी दी गई कि हसीन जहां को ठहराने पर वह फंस सकता है।

पुलिस ने लगवाया ताला : हसीन जहां

हसीन जहां अपनी ससुराल में ताला लगवाने का आरोप लगातार थाना डिडौली पुलिस पर लगा रही है। हसीन का कहना है कि रविवार को अपनी बेटी आयरा, वकील जाकिर हुसैन और मेड के साथ अलीनगर सहसपुर पहुंची। उनके पहुंचने से पहले ही मोहम्मद शमी के परिवार के लोग घर के ताले लगाकर फरार हो गए थे। क्यूंकि शमी के परिजनों को थाना डिडौली पुलिस ने फोन कर ताला लगाने की बात कही थी।

ताला खुलवाने को कोर्ट जाने की तैयारी

हसीन जहां अब ससुराल का ताला खुलवाने को कोर्ट की शरण ले सकती है। हसीन जहां के मुताबिक पुलिस और प्रशासन उसकी कोई मदद नहीं कर पाया है, अब वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हो सकती है, इसके लिये अपने वकीलों से बात कर रही है।

अमरोहा के एसपी सुधीर कुमार सिंह के मुताबिक पुलिस शांति-व्यवस्था के लिये है, हसीन ने सहसपुर जाने से पहले खुद को खतरा बताकर सुरक्षा मांगी थी, इस कारण सुरक्षा दी गई। लेकिन पुलिस का काम किसी के घर का ताला तोड़ने का नहीं है, इसके लिये कोर्ट से आदेश चाहिए। पुलिस पर पक्षपात का आरोप गलत है, पुलिस सिर्फ अपना काम निष्पक्षता से कर रही है।