हैदराबाद पानी में डूब रहा है, केसीआर दिल्ली में मसरूफ़

हैदराबाद 24 सितम्बर: हैदराबाद और रंगारेड्डी पिछले लगभग एक हफ़्ते से पानी में डूब रहा हैं और लाखों लोग हालिया अर्सा बारिश से परेशान हैं केसीआर लोगों का हालचाल जानने के बजाये नई दिल्ली में आराम कर रहे हैं।

चीफ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव उमा भारती की ओर से मांगी गई अपैक्स समिति की बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली गए थे लेकिन बैठक के दो दिन बाद भी दिल्ली में ही रहते हैं, जबकि वहां पहले से तए किये गये कोई सरकारी सगाई नहीं। हैदराबाद को आलमी मयार का शहर बनाने के दावे किए गए और लोगों को सिंगापुर, इस्तांबुल जैसे शहरों का सपना दिखाया लेकिन आज ये दावे खोखले साबित हो चुके हैं और हैदराबाद शहर एसे पसमांदा इलाक़े में तब्दील हो चुका है जहां सड़कें तक सही नहीं।चीफ़ मिनिस्टर नई दिल्ली से सूरते हाल का जायज़ा ले रहे हैं और इस सिलसिले में उनके दफ़्तर से तफ़सीली नोट जारी किया जा रहा है।

चीफ़ मिनिस्टर अगरचे रोज़ाना नई दिल्ली से सूरत-ए-हाल का जायज़ा ले रहे हैं और इस सिलसिले में उनके दफ़्तर से तफ़सीली नोट जारी किया जा रहा है लेकिन हक़ीक़त ये है कि उनकी हिदायात पर अमल आवरी होती दिखाई नहीं दे रही है। चीफ़ मिनिस्टर ने हैदराबाद के सारे इंतेज़ाम और मैनेजमेंट को वज़ीर बलदी नज़म-ओ-नसक़ केटीआर के हवाले कर दिया जो मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात के ओहदेदारों के साथ रोज़ाना जायज़ा मीटिंग्स में मसरूफ़ हैं।

चीफ़ मिनिस्टर की नई दिल्ली में मौजूदगी से ख़ुद ओहदेदार हैरत में हैं। उनका कहना है कि तबाही की इस घड़ी में चीफ़ मिनिस्टर को हैदराबाद में मौजूद रहते हुए सूरत-ए-हाल का बरसर मौक़ा जायज़ा लेना चाहीए था। हक़ीक़त तो ये है कि अगर चीफ़ मिनिस्टर ख़ुद मैदान-ए-अमल में हूँ तो ओहदेदार भी मुतहर्रिक रहते हैं लेकिन चीफ़ मिनिस्टर ने तबाहकुन बारिश और तबाह कारीयों के बावजूद भी हैदराबाद वापसी का फ़ैसला नहीं किया जरहा है।

हैदराबाद में बारिश से जो तबाही हुई है इस की साबिक़ में कोई मिसाल नहीं मिलती। शहर का कोई इलाक़ा एसा नहीं जहां तबाही के मंज़र देखने को ना मिलीं। हैरत तो इस बात पर है कि बड़े पैमाने पर बचाओ और इमदादी काम अंजाम देने का दावा करने वाली हुकूमत ने आज तक किसी इलाके में अवाम को इमदाद फ़राहम नहीं की।