अंतर राज्यीय लुटेरों के गिरोह के दो सदस्य पकड़े गए

अंतर राज्यीय लुटेरों के गिरोह के दो सदस्यों को हैदराबाद पुलिस ने कल राजस्थान मे पकड़ा, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ।

हैदराबाद पुलिस के एक विशेष दाल ‘केंद्रीय अपराध स्टेशन (सीसीएस)’ ने राजस्थान के अलवर जिले से अर्शद उर्फ ​​आर्थी और हसन मोहम्मद को पकड़ा,स्वाती लकरा,अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध और एसआईटी) ने संवाददाताओं को बताया।

पुलिस के कब्ज़े में उनके खिलाफ दस्तावेजी प्रमाण भी हैं।

लकरा ने बताया, “अर्शद एक घोषित अपराधी और एक कुख्यात गैंगस्टर है जो पांच साल से फरार है। वह उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में हत्या, अपहरण, धोखाधड़ी, जबरन वसूली के 11 मामलों में शामिल था।”

विशेष टीम उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में भी गई और वहां उन्होंने अभियुक्त के खिलाफ सीसीटीवी फुटेज, बैंक खाता विवरण, कार्ड स्वाइप करने वाले विवरण और अन्य तकनीकी डेटा सहित बहुमूल्य सबूत एकत्र किये थे।

इन सबूतों के आधार पर, पुलिस ने गिरोह के चार अन्य सदस्यों की पहचान की और बाद में उन्हें गुजरात में पकड़ लिया। उन्हें एक उत्पादन वारंट पर शहर में लाया जा रहा है, लकरा ने बताया।

अधिकारी ने कहा कि उन्होंने कुबूल किया है की उन्होंने हैदराबाद, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पंजाब में कई अपराध किए हैं । उन्होंने कहा कि इस गिरोह के सदस्य पूरे देश में निर्दोष भोले लोगों को धोखा देकर लुटते थे।

लकरा ने कहा कि विशेष दल ने कुल 25 गिरोहों की पहचान की है और उनके साथ जुड़े लगभग 100 सदस्य राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के 35 गांवों में फैले हैं।

“इन गिरोहों को ‘तात्लू बाजी गिरोह’ के नाम से जाना जाता है,” एसीपी ने बताया।