अकरम के मश्वरौ से बैटस्मेनौं को प्रेशान किया‍

हिंदूस्तानी बैटस्मेनौं केलिए ज़िंदगी मुश्किल करने वाले पाकिस्तानी फ़ास्ट बोलर ने इजहार‌ किया है कि वसीम अकरम के मश्वरों के बदौलत वो हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ मुनाक़िदा 3 मुक़ाबलों की सीरीज़ में मेज़बान बैटस्मेनौं की ख़ामीयों से पूरा पूरा फ़ायदा उठाया और 3 मुक़ाबलों में उन्होंने 8 विकटें हासिल कीं।

लाहौर रवानगी से पहले ख़बररसां एजैंसी पी टी आई से इज़हार ‍‍-व -ख़्याल करते हुए जुनैद ख़ान ने कहा कि में बेहतर रफ़्तार के साथ आउट सुवींग बौलिंग पर मुनहसर‌ करता था लेकिन वसीम भाई (अकरम) ने कहा कि मुझे हिंदूस्तानी सीधे हाथ के बैटस्मैनों के ख़िलाफ़ अन्दर आती गेंद पर मेहनत करनी होगी जोकिसूद‌मंद होगी।

उन्होंने मज़ीद कहा कि बाएं हाथ के फ़ास्ट बोलर केलिए ये फ़ित्री सलाहीयत होती है कि वो सीधे हाथ के बैटस्मेननौं के ख़िलाफ़ आउट सुवींग गेंद डालें, लेकिन वीरेंद्र सहवाग एक एसा बैटस्मैन हैं जो कि बाहर जाती हुई गेंदों पर बौलिंग का जनाज़ा निकालते हैं। इस लिए मैंने उन के ख़िलाफ़ अन्दर आती गेंद पर मेहनत की जिसका मुझे फ़ायदा हुआ क्योंकि वसीम अकरम ने कहा था कि सहवाग केलिए अन्दर आती गेंद हमेशा मुश्किलात पैदा करती है।

जुनैद ख़ान ने कहा कि हिंदूस्तानी बैटस्मेनौं के ख़िलाफ़ बेहतर खेल‌ केलिए और ख़ुसूसी अन्दर आती गेंद केलिए उन्होंने अपने बौलिंग कूच मुहम्मद अकरम के साथ काफ़ी मेहनत की। पाकिस्तान के लिए 8 टेस्ट और 16 वनडे मुक़ाबले खेलने वाले जुनैद ख़ान ने 3 मुक़ाबलों की वनडे सीरीज़ में वीरेंद्र सहवाग,गौतमगंभीरऔरयुवराज सिंह को फी कस एक मर्तबा आउट किया, लेकिन हिंदूस्तान के इन्फार्म बैटस्मैन वीराट कोहली को उन्होंने अपना आसान निशाना बनाते हुए सीरीज़ में लगातार‌3मर्तबा उन्हें पवेलीयन की राह दिखाई।

जुनैद ख़ान ने मज़ीद कहा कि हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ बेहतर खेल‌ केलिए उन पर दबाव‌ नहीं था क्योंकि दूसरी जानिब से मुहम्मद इर्फ़ान और उमर गुल के मुज़ाहिरे भी शानदार रहे जिस का उन्हें फ़ायदा हुआ। एबट आबाद ज़िला के मज़ाफ़ाती इलाक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले बाएं हाथ के फ़ास्ट बोलर जुनैद ख़ान ने कहा कि उनके लिए बौलिंग में रफ़्तार से कहीं ज़्यादा अहमीयत सुवींग की है क्योंकि वो अपनी रफ़्तार पर समझौता कर सकते हैं लेकिन सुवींग की अहमीयत को वो घटा नहींसकते।

इन का मानना है कि गेंद को मुस्तक़िल तौर पर सुवींग कराने से बैटस्मैन के ज़हन में हमेशा ये उलझन रहती है कि गेंद किस तरह की जाय‌ जिससे बैटस्मेनौ को परेशानी हो लिहाज़ा वो अपनी सुवींग पर किसी किस्म का समझौता नहीं करना चाहते।

ख़ुशगुफ़तार जुनैद ख़ान ने मज़ीद कहा कि उन के ज़हन में या उन्होंने कोई एसा निशाना मुक़र्रर नहीं किया है जिस को वो हासिल करना चाहते हैं बल्कि उन की ख़ाहिश है कि वो जहां तक मुम्किन होसके पाकिस्तानी क्रिकेट की ख़िदमत अंजाम दें। उन्हों ने कहा कि ख़ुदा के फ़ज़ल और शायक़ीन के ख़िलाफ़ अहल-ए-ख़ाना और टीम के साथी खिलाड़ियों का मदद‌ रहा तो वो जहां तक मुम्किन होसके सौ फ़ीसद कारकर्दगी के ज़रीया पाकिस्तान की जीत‌ में अहम रोल अदा करने के ख़ाहां हैं।