तेलंगाना रियासत में अक़लीयती बहबूद से मुताल्लिक़ जारीया स्कीमात पर अमल आवरी का जायज़ा लेने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने आज प्रिंसिपल सेक्रेट्री डॉक्टर टी राधा और मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन प्रोफ़ेसर एस ए शकूर के साथ जायज़ा इजलास मुनाक़िद किया। उन्हों ने अक़लियतों फ़ाइनेन्स कारपोरेशन, उर्दू अकेडमी, हज कमेटी और सेंटर फ़ॉर एजूकेशनल डेवलप्मेंट ऑफ़ माइनॉरिटीज़ की सरगर्मीयों का जायज़ा लिया।
प्रिंसिपल सेक्रेट्री टी राधा ने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर को फ़ाइनेन्स कारपोरेशन की जानिब से बैंकों से मरबूत क़र्ज़ पर मबनी सब्सीडी फ़राहमी स्कीम पर अमल आवरी की तफ़सीलात ब्यान की।
मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन ने सब्सीडी फ़राहमी से मुताल्लिक़ शराइत में तबदीली का मश्वरा दिया और कहा कि जी ओ 101 के तहत इस्तिफ़ादा कनिन्दगान के लिए उम्र की हद 21 ता 40 साल मुक़र्रर की गई है, अगर हुकूमत इस हद में रियायत करे तो मज़ीद ग़रीब ख़ानदानों को फ़ायदा पहुंच सकता है।
उन्हों ने 21 ता 55 साल स्कीम से इस्तिफ़ादा की अहलीयत की उम्र मुक़र्रर करने की तजवीज़ पेश की। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने इस से इत्तिफ़ाक़ करते हुए कहा कि वो चीफ़ मिनिस्टर से इस मसअले को रुजू करके मंज़ूरी हासिल करेंगे ताकि ज़्यादा ग़रीब ख़ानदानों को क़र्ज़ फ़राहम किया जा सके।
प्रोफ़ेसर एस ए शकूर ने ऑटो रिक्शा की ख़रीदी और छोटे कारोबार के आग़ाज़ के सिलसिले में अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन से रास्त क़र्ज़ की इजराई की तजवीज़ पेश की। उन्हों ने कहा कि उर्दू मीडियम मदारिस में मज़ामीन के असातिज़ा की कमी दूर करने उर्दू अकेडमी विद्या वालेंटियर्स की तर्ज़ पर मज़ामीन के असातिज़ा फ़राहम करने तैयार है बशर्त के हुकूमत इस सिलसिले में फ़ंड्ज़ फ़राहम करे।