हैदराबाद 09 अप्रैल: आंध्र प्रदेश अकलेती मालीयाती कारपोरेशन के फंड्स में भारी धांदलियों से मुताल्लिक़ स्क़ाम की तहकीकात के लिए क़ायम करदा ओहदेदारों की कमेटी ने आज हुकूमत को अपनी रिपोर्ट पेश करदी है।
जवाइंट सेक्रेटरी प्रवीण बैग की क़ियादत में तशकील दी गई कमेटी के कन्वीनर एम ए ग़फ़ूर ऑफीसर आन स्पैशल ड्यूटी ए पी वीर हावज़नग कारपोरेशन ने अपनी क़तई रिपोर्ट आज इंचार्ज प्रिंसिपल सेक्रेटरी अकलेती बहबूद रेमंड पीटर के हवाले करदी।
बताया जाता है कि रेमंड पीटर ने इस रिपोर्ट को महिकमा अकलेती बहबूद के मुताल्लिक़ा सेक्शन के हवाले करने का मश्वरा दिया जिस के बाद ये रिपोर्ट महिकमा अकलेती बहबूद के मुताल्लिक़ा सेक्शन ऑफीसर के हवाले की गई ।
सेक्शन ऑफीसर अंदरून दो यौम इस रिपोर्ट पर अपने नोट के साथ उसे वज़ीर अकलेती बहबूद मुहम्मद अहमद अल्लाह को रवाना करदेंगे जहां से ये चीफ सेक्रेटरी मनी मैथ्यू के हवाले होगी।
बावसूक़ ज़राए ने बताया कि तहक़ीक़ाती कमेटी ने तकरीबन 100 सफ़हात पर मुश्तमिल अपनी रिपोर्ट में स्क़ामस से मुताल्लिक़ मुख़्तलिफ़ पहलोवें का तफ़सीली जायज़ा लिया और आडीटरस और फाइनैंस के ओहदेदारों की तरफ से दी गई रिपोर्ट की बुनियाद पर बे क़ाईदगियों की निशानदेही की।
बताया जाता है कि रिपोर्ट में साबिक़ मैनेजिंग डायरेक्टर इलियास रिज़वी जनरल मैनिजर लियाकत अली और अकावनटस ऑफीसर अहमद अली को मुबयना तौर पर ज़िम्मेदार क़रार दिया गया है ।
रिपोर्ट के मुताबिक़ इन तीनों ओहदेदारों के तसाहुल और मिली भगत के बाइस ही ये स्क़ाम रोनुमा हुआ और उन ओहदेदारों ने स्क़ाम में मुलव्वस अफ़राद से भारी कमीशन हासिल किया।
रिपोर्ट में इन तीनों मुअत्तल शूदा ओहदेदारों के मुलव्वस होने से मुताल्लिक़ मुख़्तलिफ़ शवाहिद पेश करते हुए सिफ़ारिश की है कि इन ओहदेदारों के मुआमले को एंटी करप्शन ब्यूरो (ए सी बी) से रुजू किया जाये । रिपोर्ट में कहा गया है कि तहकीकात में इन तीनों की तरफ से कमीशन का हासिल करना साबित होता है ।
तहक़ीक़ाती रिपोर्ट में स्क़ाम की जुमला मालियत 69 करोड़ एक लाख रुपये बताई गई है जबके सी बी सी आई डी ने उसे 58 करोड़ 57 लाख रुपये बताया था । वाज़िह रहे कि अक्तूबर 2012 में ये स्क़ाम मंज़रे आम पर आया जिस के बाद हुकूमत ने तीन ओहदेदारों को मुअत्तल करदिया और दो तरह की तहकीकात का एलान क्या । उस वक़्त की जवाइंट सेक्रेटरी प्रवीण बैग की क़ियादत में ओहदेदारों पर मुश्तमिल तहक़ीक़ाती कमेटी तशकील दी गई।
इस के साथ साथ ये मुआमला सी बी सी आई डी के हवाला किया गया । ओहदेदारों की कमेटी ने पाँच माह में अपनी तहकीकात मुकम्मल करते हुए आज अपनी रिपोर्ट हुकूमत को पेश करदी है।
बताया जाता है कि तहकीकात में 80 लाख रुपये कमीशन हासिल करने से मुताल्लिक़ मवाद दस्तयाब हुआ है । तहक़ीक़ाती कमेटी को आडीटरस और फाइनैंस के ओहदेदारों पर मुश्तमिल दो ज़ेली कमेटियों ने भी अपनी रिपोर्ट पेश की। इस के अलावा मुख़्तलिफ़ बैंकों को जाकर भी ओहदेदारों ने रेकॉर्ड्स का जायज़ा लिया और मुल्ज़िमीन की तरफ से मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर आराज़ीयात की खरीदी के रेकॉर्ड्स भी हासिल किए गए ।
बताया जाता है कि इस स्क़ाम के सिलसिले में रियासती हुकूमत ने सख़्त मेक़िफ़ इख़तियार किया है। चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी स्क़ाम में मुलव्वस ओहदेदारों और गैर सरकारी अफ़राद के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई के हक़ में हैं। अब देखना ये है कि तहक़ीक़ाती कमेटी की सिफ़ारिशात पर हुकूमत क्या कार्रवाई करती है ।
इसी दौरान इतेलाआत के मुताबिक़ सी बी सी आई डी ने भी अपनी तहकीकात में शिद्दत पैदा करदी है और वो बाअज़ मुल्ज़िमीन की गिरफ़्तारी की तैयारी कर रही है और इस सिलसिले में हुकूमत से इजाज़त तलब की गई है ।