अक्षरधाम मंदिर पर हमले के इल्ज़ाम से मुस्लिम नौजवानों की बरी का ख़ैरमक़दम

पर्दा से मुताल्लिक़ मुलाय‌म सिंह के बयान की मज़म्मत, शाही इमाम का ख़िताब

शाही इमाम मस्जिद फ़तहपोरी दिल्ली मुफ़क्किर मिल्लत मौलाना डाक्टर मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम मुहम्मद ने आज नमाज़ जुमा से क़ब्ल ख़िताब में मज़हब इस्लाम की हक़्क़ानियत का तफ़सील के साथ बयान किया और कहा कि मज़हब इस्लाम में सबके हुक़ूक़ की हिफ़ाज़त है, ये सबका मज़हब है और सब के लिए है।

ये अमन-ओ-सलामती और आश्ती का मज़हब है जिस ने इन तालीमात को खुले दिल से पढ़ा या सुना है इस ने उन की सच्चाई का एतराफ़ किया है। शाही इमाम ने सऊदी हुकूमत से पुरज़ोर अपील की कि मस्जिद नबवी की तौसीअ के दौरान मुक़ामात मुक़द्दसा , मस्जिद सजदा वग़ैरा को महफ़ूज़ रखा जाये वर्ना उन के इन्हिदाम से उम्मत मुस्लिमा के मज़हबी जज़बात शदीद मजरूह होंगे।

सऊदी हुकूमत को इस्लामी तारीख़ी विरसा को बे निशान करने का कोई हक़ नहीं है। शाही इमाम ने समाजवादी पार्टी सरबराह मुलाय‌म सिंह के पर्दा मुख़ालिफ़ बयान पर शदीद तन्क़ीद की और उसे फ़िर्क़ापरस्तों को ख़ुश करने वाला बयान क़रार दिया। उन्होंने कहा कि साढे़ चौदह सौ बरस की तारीख़ में लाखों करोड़ों मिसालें हैं कि मुस्लिम ख़वातीन ने हर मैदान में ख़ूब तरक़्क़ी की है और हिजाब उन के रास्ते में कभी भी रुकावट नहीं बना, उन्हें अपना बयान वापिस लेना चाहिए।

शाही इमाम ने 19नवंबर को गुजरात के मेट्रो पोलीटन मजिस्ट्रेट के फ़ैसला का ख़ैरमक़दम किया जिस में उन्होंने ए टी एस को फटकार लगाते हुए तीन मुस्लिम नौजवानों को बरी कर दिया। उन्होंने कहा कि ए टी एस फ़िरोज़ पठान, बिलाल अहमद और मुस्तफ़ा सय्यद के ख़िलाफ़ कोई सबूत पेश नहीं करसके।

अक्षरधाम मंदिर पर हमला के मुल्ज़िमीन को भी बरी कर दिया गया इस से मालूम होता है कि फ़र्ज़ी मुक़द्दमात में मुस्लिम नौजवानों को फंसाया जा रहा है। ऐसे ना फ़र्ज़ शनास आफ़िसरान पर मुक़द्दमा चलाना चाहिए। कहल ही मुंबई की कुर्ला कोर्ट ने 9मुस्लिम नौजवानों को सैमी से ताल्लुक़ रखने के इल्ज़ाम से बरी कर दिया।

हमें इन सब फ़ैसलों पर ख़ुशी है। शाही इमाम ने वज़ीर-ए-आज़म और मर्कज़ी हुकूमत से परज़ोर मुतालिबा किया कि जेलों में बंद मुस्लिम नौजवनों के मुक़द्दमात फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के ज़रिया हल कराए जाएं ताकि उन्हें इंसाफ़ मिल सके। शाही इमाम ने कहा कि हमें यक़ीन है कि नानावती कमीशन की रिपोर्ट में भी सच्चाई सामने आएगी।

शाही इमाम ने मुस्लिम ममालिक के सरबराहान से परज़ोर अपील की कि इसराईल की सीहोनी जारहीयत और ख़ौफ़नाक हमलों के ख़िलाफ़ मुत्तहिद होकर मस्जिद उकसा और नहत्ते फ़लस्तीनीयों की हिफ़ाज़त की जाये। उन्होंने कहा कि हकूमत-ए-हिन्द के विज़ारत-ए-दाख़िला ने खु़फ़ीया एजेन्सीयों से मदारिस का सर्वे कराया है तो उसे चाहिए कि इसी तरह हुकूमत की मिशनरी के ज़रिया हर मज़हब के इदारों की खु़फ़ीया रिपोर्ट हासिल की जाये ताकि सच्चाई सामने आए।

उन्होंने यू एन ओ से भी इसराईल के ख़िलाफ़ फ़ौरी कार्रवाई की अपील की और फ़लस्तीनीयों की हलाकतों पर शदीद रंज-ओ-ग़म का इज़हार किया।