ग़ाज़ियाबाद : अखलाख हत्याकांड के कारण सुर्ख़ियों में आए बिसाहड़ा गांव में फिर तनाव है।ग्रामीण 28 सितम्बर 2015 की रात अखलाख के घर से मिले मांस की फोरेंसिक रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं। रिपोर्ट मथुरा लैब से 30 दिसंबर 2015 को भेजी जा चुकी है। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल नहीं की है। हिंदुस्तान के अनुसार जिला प्रशासन ने गांव में धारा 144 लागू कर दी है। अभी गांव में आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। दादरी के एसडीएम राजेश सिंह का कहना है कि जरूरत हुई तो गांव में बाहर आने वालों को प्रतिबंधित किया जाएगा। अवांछित लोगों को गांव में नहीं आने दिया जाएगा।-
बुधवार को दिन निकलते ही बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी गांव में तैनात कर दी गई है। गांव के सारे रास्तों पर पुलिस है। गांव की महिलाएं पुलिस का विरोध कर रही हैं।ग्रामीणों ने मंगलवार को स्कूल, कॉलेज और सरकारी संस्थानों को बंद कर दिया था। पुलिस ने 300 महिला और पुरुषों के खिलाफ सरकारी कार्यालयों में तालाबंदी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है।
बिसाहड़ा के ग्रामीण ठाकुर बाहुल्य 144 गांवों में जनसम्पर्क कर रहे हैं। 10 अप्रैल को महापंचायत बुलाई गई है। बुधवार को मुख्यमंत्री का पुतला जलाने का एलान गाँव वालों ने किया था । सियासत के संवादाता के अनुसार गाँव में फिर कोई तनाव जैसा माहोल ना बने पुलिस ने बुधवार को दिन निकलने से पहले ही भारी फ़ोर्स गांव में भेज दिया गया है जो पुरे गाँव की घेरा बंदी कर रहे हैं.