ओडिशा: राजदीप सरदेसाई को ओडिशा के एक अख़बार ने ‘वांटेड चेहरा’ तौर छाप दिया। ख़बर के सामने आने के बाद राजदीप ने अपने ट्विटर हैंडल ट्वीट करते हुए लिखा कि ट्विटर पर झूठ फैलाने वाले लोगों से मुझे जानकारी मिली कि एक ओडिया अख़बार ने मेरी तस्वीर को संदिग्ध के रूप में छापा है। मुझे लगता है कि ये लोग युद्ध के बिना ही मुझे मार देंगे।
गौरतलब है कि गुरुवार की सुबह मुंबई के पास उरन में छह संदिग्ध लोगों की सूचना मिली थी। खुफिया जानकारी मिलने के बाद नौसेना का अलर्ट बढ़ा दिया गया है। खुफिया विभाग ने जानकारी दी है कि छह लोग पठानी सूट पहने थे और उनके पास हथियार थे। उसी के आधार पर मुंबई पुलिस ने संदिग्धों में से एक का स्केच जारी किया। लेकिन ओडिशा का अख़बार ‘संवाद’ ने अपने पहले पन्ने उस संदिग्ध की तस्वीर की जगह पर राजदीप सरदेसाई की लगा दी।
हालांकि घटना के कुछ ही देर बाद ‘संवाद’ अख़बार ने राजदीप से अपने इस ग़लती के लिए माफ़ी मांगी। उसके बाद राजदीप ने उस पर जवाब दिया कि माफ़ी स्वीकार किया जाता, पर उम्मीद करता हूं कि आप इसे उतनी ही प्रमुखता देंगे और अपने अख़बार के पहले पन्ने पर इस माफीनामा को छापेंगे। और हो सके तो अपने पत्रकारों के लिए रिफ्रेशर कोर्स करवाईए। इसके उत्तर में अख़बार ने शनिवार को अख़बार के पहले पन्ने पर राजदीप सरदेसाई की तस्वीर के साथ एक माफ़ीनामा प्रकाशित किया है। देखा जाए तो यह मामला एक चूक दिखाई देता है, मगर सवाल यह है कि आखिर राजदीप जैसे वरिष्ठ पत्रकार की तस्वीर कैसे छपी जबकि पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका चेहरा काफी जाना पहचाना है।