नई दिल्ली: अमर सिंह ने आज समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता मुलायम सिंह यादव से मिल कर अखिलेश यादव और उनके समर्थकों द्वारा किये जा रहे अपमान की शिकायत की। उन्होंने अपमान को सहनशीलता की सीमा से बाहर बताया।
“मैं उसे चोट नहीं पहुँचाना चाहता, लेकिन अपमान मेरी सहनशीलता की सीमा से परे चला गया है,” सिंह ने कल एएनआई से कहा।
“मेरा दिल बहुत दुखी है, मैं मुलायम सिंह जी से बात करूँगा। मुलायम वह व्यक्ति हैं जो अपने सार्वजनिक तौर पर अपने बेटे के खिलाफ मेरे पक्ष में खड़े रहे, ” मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए अमर सिंह ने कहा।
क्या वह पार्टी से इस्तीफा देंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे ऐसा कुछ नहीं करना चाहते जिससे नेता जी को दुःख पहुंचे।
“मैं उनके निर्णय का पालन करूँगा,” अमर सिंह ने कहा।
अमर सिंह से अखिलेश की दूरियां किसी से छुपी नहीं हैं। अखिलेश ने अमर सिंह पार्टी में दुबारा शामिल करने का भी विरोध किया था। हालाँकि मुलायम ने सार्वजनिक रूप से अखिलेश के सामने अमर सिंह का बचाव किया था।
पिछले महीने, समाजवादी पार्टी की अंदरूनी कलह सार्वजनिक रूप से सामने आई थी। इस तलह में पार्टी समर्थक दो गुटों में बंटे हुए हैं एक धड़ा अखिलेश का है तो दूसरी तरह उनके पिता मुलायम सिंह और चाचा शिवपाल सिंह हैं। इस कलह की वजह अमर सिंह और कुछ मुलायम समर्थक नौकरशाहों को माना जा रहा है।
अमर सिंह समाजवादी पार्टी के अन्दर चल रहे घमासान पर कोई टिपण्णी नहीं की है।
“मैं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन में नहीं हो सकता लेकिन मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश के समर्थन में हमेशा हूँ। भगवान् साक्षी है कि जब भी मैंने नेता जी से अखिलेश के बारे में बात की है उसके पक्ष में ही की है, यह सच नेता जी भी जानते हैं, ” पार्टी में कलह का कारण होने के आरोपों के जवाब में अमर सिंह ने कहा।