मुंबई । 24 सितंबर (पी टी आई) 2G असपकटरम अस्क़ाम पर पैदा शूदा नए तनाज़ा के दरमयान रिश्वत के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद करने वाले समाजी कारकुन अनाहज़ारे ने आज कहा के अगर आज लोक पाल बिल वजूद में होता तो वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम सलाखों के पीछे होते। अनाहज़ारे ने क़ब्लअज़ीं मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला को एक शरीर शख़्स क़रार दिया था। आज कहा कि अगर उस वक़्त जन लोक पाल बिल नाफ़िज़-उल-अमल होता तो यक़ीनन चिदम़्बरम जेल में होते। ज़िला अहमद नगर में वाक़्य रालीगाव सिद्धि में हज़ारे ने अपने हामीयों से ख़िताब करते हुए कहा कि चिदम़्बरम को अपने घर जाना ही होगा। वाज़िह रहे कि जिन लोक पाल बल के मसला पर दिल्ली में एहतिजाज के दौरान अपनी गिरफ़्तारी-ओ-रिहाई के फ़ौरी बाद हज़ारे ने कहा था कि चिदम़्बरम एक शरपसंद और बददियानत शख़्स हैं। चिदम़्बरम 2G असपकटरम की मुतनाज़ा तख़सीसात के मसला पर मुत्तहदा अप्पोज़ीशन की तन्क़ीदों का सामना कररहे हैं। अप्पोज़ीशन ने इन से अस्तीफ़ा और इल्ज़ामात की सी बी आई तहक़ीक़ात कराने का मुतालिबा भी किया ही, लेकिन कांग्रेस और यू पी ए हुकूमत इस मसला पर चिदम़्बरम की भरपूर हिमायत कररही ही। वज़ीर-ए-आज़म ने चिदम़्बरम की मुदाफ़अत करते हुए कहा कि वज़ीर-ए-दाख़िला की दियानतदारी किसी भी शख़्स-ओ-शुबा से बालातर है।