मुम्बई :मुस्लिम धर्मगुरु डॉ जाकिर नाइक ने दावा किया कि टेरर एक्टिविटीज में शामिल होने का उन पर लागया गया यह आरोप गलत है। उन्होंने कहा, ये आरोप गलत हैं कि कुछ शरारती तत्व जो दहश्तगर्द ग्रुप से जुड़े हैं वे मेरे तक़रीर से मुतास्सिर हुए हैं। अगर मैं आतंक को फ़रोग़ दे रहा होता तो अब तक मेरे 30 लाख से अधिक अनुयायी आतंकवादी होते।
नाइक ने कहा अगर कोई तशद्दुद का रास्ता अपनाता है तो वह मुसलमान नहीं हैं। उसे मेरा समर्थन नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह कहना सरासर गलत है कि आतंकी समूहों में शामिल होने वाले कुछ शरारती तत्व मुझसे प्रभावित थे।
नाइक ने कहा कि एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) पर बैन के सवाल पर जाकिर ने कहा, “फाउंडेशन ने उसे मिले फंड का कभी गलत उपयोग नहीं किया।”
भारत वापस नहीं आने पर ज़ाकिर नाइक ने कहा मैंने एनआईए को मदद के लिए बार-बार पेशकश की। लेकिन जवाब नहीं मिला और आज तक किसी भी एजेंसी ने उनसे न तो संपर्क किया, और न सवाल पूछे और न ही कोई नोटिस भेजा।
केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार ने जाकिर नाइक की स्पीच की सीडी की जांच के ऑर्डर दिए थे।
जांच के बाद जाकिर के एनजीओ पर 5 साल का बैन लगा दिया गया था। उसे विदेश से मिलने वाले चंदे पर भी राक लगा दी गई थी। डॉ जाकिर नाइक जुलाई में बांग्लादेश के ढाका में हुए आतंकी हमले के दौरान चर्चा में आए थे।