सेंट्रल यूनिवर्सिटी में तिरंगा फहराने की अनिवार्यता को ले कर मशहूर इतिहासकार प्रोफ़ इरफ़ान हबीब ने कहा कि अगर आरएसएस से जुड़े लोग खुद को देशभक्त कहते हैं तो वो आरएसएस के मुख्यालय पर तिरंगा क्यूँ नहीं फहराते.
उन्होंने कहा कि देश की पहली सरकार आरएसएस को राष्ट्रविरोधी घोषित कर चुकी है.
उन्होंने इलज़ाम लगाया कि हुकूमत यूनिवर्सिटी में मुद्दों पर बहस बंद करना चाहती है और इसके लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का इस्तेमाल कर रही है