हैदराबाद: अगले साल से हिन्दोस्तान के आज़मीन-ए-हज्ज बहरी रास्ते से हज बैतुल्लाह के लिए रवाना हो सकेंगे। केंद्र सरकार ने इस सिलसिले में सभी ज़रूरी तैयारीयों का आग़ाज़ कर दिया है। केंद्र अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख़तार अब्बास नक़वी ने आज नई दिल्ली में अध्यक्ष वक़्फ़ बोर्ड मुहम्मद सलीम से मुलाक़ात के दौरान ये खुलासा किया।
मुहम्मद सलीम ने बहरी रास्ते से सफ़र की सहूलत की तैयारीयों के बारे में खुलासा किया ताकि मध्यम वर्गों रखने वाले मुस्लमानों को कम ख़र्च पर हज की सआदत हासिल हो सके। उन्होंने तेलंगाना के लिए हज कोटा में इज़ाफे की अपील की और कहा कि तेलंगाना में मुस्लमानों की आबादी देश की अन्य राज्यों से ज़्यादा है।
इसलिए, केंद्र को हज कोटा के आवंटन में तेलंगाना को अधिक हिस्सा देना चाहिए। मोहम्मद सलीम ने कहा कि राज्य के वितरण और तेलंगाना गठन के बाद, मुस्लिमों की आबादी 12 प्रतिशत से अधिक हो गई है, लेकिन हज कोठा को केवल 6 हजार कमीशन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हज कोटा में वृद्धि और नौसेना मार्ग के माध्यम से यात्रा के कारण, औसत परिवार को हज की सआदत का मौक़ा मिलेगा।
मुख़तार अब्बास नक़वी ने बताया कि सरकार सऊदी अरब ने हिन्दुस्तानी आज़मीन के लिए बहरी रास्ता से सफ़रकी इजाज़त से सहमत कर लिया है। इस सिलसिले में आवश्यक समझौते को पूरा करने के संबंध में, नियमित बहरी सफ़र का आग़ाज़ होगा। उन्होंने तेलंगाना के लिए हज कोटा बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार किया।