फिल्म एक्टर और बिहार की पाटलिपुत्र सीट से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। सांसद ने कहा है कि वाजपेयी मुझे ‘कालीचरण’ के नाम से पुकारते थे। उन्होंने अटल और आडवाणी को अपना राजनीतिक गुरु और पिता समान बताया।
शत्रुघ्न ने कहा कि वह वाजपेयी ही थी, जिन्होंने उनको नाना देशमुख और मदन लाल खुराना के पास ट्रेनिंग के लिए भेजा था। सांसद ने कहा कि वाजपेयी ने हमेशा उनको आगे बढ़ाने का काम किया था।
सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि एतिहासिक लाहौर बस सेवा के दौरान वह वाजेपयी की बिल्कुल पिछली सीट पर बैठे थे। उन्होंने कहा था बस में हम लोग खूब हंसी मजाक करते हुए गए थे, वह एक यादगार यात्रा था।
भाजपा नेता ने कहा कि वाजपेयी के समय में बोलने की पूरी आजादी थी। जो दिमाग हो उसको दिल खोलकर बोला जा सकता था। लेकिन आज एक अजीब सा डर कायम है। किसी को अपने मन की बात बोलने की आजादी नहीं है। वाजपेयी हमेशा बहस और डिबेट को प्रोत्साहित करते थे। इसका परिणाम यह था कि पार्टी में लोकतंत्र कायम था।
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के चलते गुरुवार को निधन हो गया था। वह 93 साल के थे।
गुर्दों की बीमारी के चलते उनको दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार स्मृति स्थल में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान न केवल देश बल्कि कई अन्य देशों की भी जानी—मानी शख्सियत मौजूद थीं।