अदलिया में तेलुगु ज़ुबान के इस्तिमाल की तजवीज़ से इत्तिफ़ाक़

हैदराबाद 11 फ़रवरी (आई एन इन) चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने आज अदलिया में तेलुगु ज़ुबान के इस्तिमाल और इस पर अमल दरामद की तजवीज़ से इत्तिफ़ाक़ किया।

सरकारी ज़ुबान कमीशन और सेंटर फ़ार एजूकेशन आफ़ ला के ज़ेरे एहतिमाम जुबली हाल में मुनाक़िदा सेमीनार तेलुगुलू न्याय पान से मुख़ातिब करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने जुडीशीयल अकेडमी से कहा कि वो अदलिया में तेलुगु ज़ुबान पर अमल दरामद के लिए सिफ़ारिशात पेश करे।

ये त्यक्कुन देते हुए कि सिफ़ारिशात को क़ुबूल किया जाएगा, उन्हों ने क़ानून के लिटरेचर के तेलुगु ज़ुबान में तर्जुमा की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि इस तजवीज़ का मक़सद अदलिया से इंग्लिश ज़ुबान को अलग करना नहीं है बल्कि तेलुगु को क़ानूनी कार्यवाईयों से जोड़ना है।

उन्हों ने कहा कि अदलिया में तेलुगु ज़ुबान के इस्तिमाल पर अमल दरामद से दरख़ास्त गुज़ारों, मुद्दा अलीहान और क़ानून के प्रेक्टिसनर्स के लिए मदद होगी और ये उन के लिए मुआविन और मददगार साबित होगा।

आंध्र प्रदेश जुडीशीयल अकेडमी चेयरमैन और हाईकोर्ट जज जस्टिस एल वी रमना ने तेलुगु शॉर्ट हैंड और कम्पयूटर साफ़्ट वेयर्स को फ़रोग़ देने की एहमीयत और इफ़ादीयत पर रोशनी डाली।

सरकारी ज़ुबान कमीशन के चेयर मैन एम बुद्धा प्रसाद ने कहा कि अगर अदालती फ़ैसले तेलुगु ज़ुबान में दिए जाएं तो क़ानून में अवाम के ईक़ान और समझ बोझ में मज़ीद इज़ाफ़ा होगा। इस सेमीनार से वज़ीर सयाहत वटी वसंत कुमार और वज़ीरे क़ानून ई प्रताप रेड्डी ने भी मुख़ातिब किया।