नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने वाले अन्ना हजारे ने दानदाताओं की सूची सार्वजनिक करने का अपना वादा पूरा न करने पर आज आम आदमी पार्टी (आप) की कड़ी आलोचना की. हजारे ने ऐसे समय में ‘आप’ की आलोचना की है जब ‘आप’, कांग्रेस और भाजपा से उनके आय के सूत्रों को लेकर सवाल कर रही है.
प्रदेश 18 के अनुसार, केजरीवाल को 23 दिसंबर को भेजे पत्र में लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर हमला किया. अन्ना ने कहा कि अगर व्यवस्था में बदलाव लाना है तो नेतृत्व करने वाले को कथनी और करनी में अंतर नहीं रखना चाहिए.
भ्रष्टाचार विरोधी अभियान छेड़ने वाले हजारे ने कहा कि देश और समाज की बेहतरी के लिए मैंने महाराष्ट्र में लोगों से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्यों को एक तरफ रख दिया और बिना किसी स्वार्थ के आप को समय दिया और देश के लिए बड़ा सपना देखा. लेकिन मेरा सपना बिखर गया. उन्होंने ‘आप’ के निलंबित सदस्य अमेरिका में कार्यरत मनीष राय जादा के इस पत्र का हवाला दिया कि पार्टी के दान दाताओं का रिकॉर्ड जून, 2016 से इस की वेब साइट से गायब हो गए हैं. राय जादा ने आज राजघाट पर ‘चंदा नहीं सत्याग्रह’ भी शुरू किया.
उधर ‘आप’ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राघव चड्ढा ने दावा किया कि हजारे को इस मामले में कांग्रेस नेता गुमराह कर रहे हैं और भाजपा इस के दान दाताओं को धमकाने के लिए सरकारी एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल कर रही है.