मुम्बई /समाजसेवक अन्ना हजारे जो पिछ्ले कइ दिनों से प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह पर नए नए इलजाम लगाने में जुटे हुएं हैं ने कल एक बार फिर प्रधानमंत्री पर इलजाम लगाते हुए कहा कि वो ‘रिमोट कंट्रोल’ से चलते हैं वर्ना कोयला मंत्रालय का चार्ज संभालते हुए वो कोयला ब्लॉकों की नीलामी जरूर करवाते।
मंगलवार को मुम्बई पहुंचे अन्ना ने कहा, “कोयला घोटाले से मुल्क को करीब दो लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। हो सकता है इसका सीधा फाइदा प्रधानमंत्री तक नहीं पहुंचा हो लेकिन पैसा कहीं तो गया ही। इसकी जांच कराई जानी चाहिए।” एक मई से महाराष्ट्र का पांच सप्ताह का दौरा शुरू कर चुके अन्ना बीच में दिल्ली चले गए थे।
अन्ना ने अपनी टीम में इखतीलाफ की खबरों का खंडन भी किया। हालांकि पिछ्ले रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर हुई रैली में योग गुरु बाबा रामदेव ने टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल को झिड़की दी थी।
अन्ना ने कहा, “स्वामी रामदेव के बीजेपी लिडर नितिन गडकरी से मिलने और केजरीवाल के रैली में मंत्रियों के नाम लिए जाने के मामले को लेकर हमारे बीच कोई इखतेलाफ नहीं है। छोटी सी बात को मीडिया बेवजह तूल दे रहा है।”
ये पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री समीत 15 मंत्रियों के खिलाफ बदउनवानी के इलजाम लगाने के बाद टीम अन्ना अदालत की तरफ रुख क्यों नहीं कर रही है, अन्ना ने कहा कि वक्त फैसला सुनाएगा, इन मंत्रियों की मियाद पूरी होगी।
अन्ना फिलहाल महाराष्ट्र में सशक्त लोकायुक्त विधेयक लाए जाने की जरूरत बताते हुए राज्यव्यापी जनजागरण अभियान में जुटे हुए हैं। उनका महाराष्ट्र दौरा 6 जून को खत्म होगा।