पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल क़मर बाजवा ने अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति घनी को हाल में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए फ़ोन किया तो अफ़ग़ान के राष्ट्रपति ने करारा जवाब दिया।
सोमवार को राष्ट्रपति कार्यालय से ज़ारी हुए बयान के अनुसार घनी ने कहा की आतंकवाद और अतिवाद को काबू करने की किसी भी कार्यवाही का परिणाम पाकिस्तान और उसके क्षेत्रों के लिए खतरा हो सकता है। बाजवा के फ़ोन के तुरन्त बाद सेना की मीडिया शाखा द्वारा संवाद को अलग रंग दे दिया गया।
पाकिस्तान सेना द्वारा ज़ारी किये गए बयान के अनुसार बजवा ने कहा था की पाकिस्तान काफी समय से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। और बजवा ने यह भी कहा की पाकिस्तान आतंकवाद को मिटाने में अफ़ग़ान सरकार की पूरी मदद करेगा।
लेकिन अफ़ग़ान के बयान द्वारा यह साबित हो गया की घनी पाकिस्तान को ही सब परेशानियों की जड़ मानते हैं। घनी ने कहा की जो आतंकवादी हमलों को खत्म करने की ज़िम्मेदारी लेने की बात कर रहे हैं वही खुल्ले में इसका प्रचलन करते है पाकिस्तान में लोगो की भर्ती करते है और इसके खिलाफ कोई कार्यवाही भी नहीं की जाती है।