हैदराबाद, 06 अप्रैल: ( सियासत न्यूज़ ) कांस्टेबल अबदुल क़दीर को दस्तूर ए हिंद की दफ़ा 161 के तहत माफ़ करते हुए रिहा किया जा सकता है । गवर्नर आंधरा प्रदेश को तहरीर करदा मकतूब में सदर नशीन प्रेस कौंसल आफ़ इंडिया जस्टिस मारकंडे काटजू ने ये बात कही ।
उर्दू विरासत कारवां के ज़ेर एहतिमाम मुनाक़िदा कुल हिंद मुशायरे के दौरान सदर मुशायरा जनाब ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर रोज़नामा सियासत ने जस्टिस काटजू के रिमार्कस पर मुश्तमिल ये मकतूब पढ़ कर सुनाया । उन्होंने बताया कि जस्टिस मारकंडे काटजू की जानिब से तहरीर करदा ये मकतूब 6 अप्रैल को चीफ मिनिस्टर आंधरा प्रदेश मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी और गवर्नर आंधरा प्रदेश मिस्टर ई एस एल नरसिम्हन को हवाले किया जायेगा ।
जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने जब सामाईन की कसीर तादाद के दरमियान ये मकतूब पढ़ा तो सामाईन जज़बात से मग़्लूब जस्टिस काटजू ज़िंदाबाद के नारे लगाने लगे । जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने सदारती तक़रीर के लिए दावत दिए जाने पर कहा कि वो सदारती तक़रीर नहीं करेंगे बल्कि जस्टिस काटजू को कांस्टेबल अबदुल क़दीर की बीवी सगीरा बेगम की जानिब से दिए गए मकतूब पर जस्टिस मारकंडे काटजू के रद्द-ए-अमल को सुनाते हुए अपनी तक़रीर ख़त्म कर देंगे ।
जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने बताया कि जस्टिस काटजू ने जो रिमार्कस किए हैं इन में क़दीर को रिहा करने की ख़ाहिश ज़ाहिर की है और उनकी 20 साला कैद-ओ-बंद की ज़िंदगी का तज़किरा करते हुए जस्टिस काटजू ने लिखा है कि अब जबकि क़दीर 20 साल से ज़ाइद अर्सा अपनी सज़ा काट चुके हैं और एक पैर से माज़ूर मुतअद्दिद अमराज़ में मुबतला हैं ऐसी सूरत में उन्हें रिहा कर दिया जाना चाहीए ।
जस्टिस काटजू के रिमार्कस पर शुरका ने ज़बरदस्त रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए उनकी हिमायत में नारे लगाए ।