अबू ज़िंदाल बासलाहीयत और मेहनती इलेक्ट्रीशीयन

सैयद ज़बीह उद्दीन उर्फ़ अबू ज़िंदाल ने 2004०5 में डिस्ट्रिक्ट पुलिस हेडक्वार्टर के बर्क़ी ( बिजली) का काम अंजाम दिया था। पुलिस ने ये बात बताई। अबू ज़िंदाल से वाक़फ़ीयत रखने वाले अफ़राद ने पुरानी याद ताज़ा करते हुए बताया कि वो एक मेहनती और कई सलाहीयतों का हामिल नौजवान था। उसे कम्पयूटर पर भी काफ़ी उबूर था।

पुलिस ओहदेदार ने पी टी आई को बताया कि बेड़ में 2004०5 के दौरान जिस वक़्त पुलिस हेडक्वार्टर की तज़ईन नौ ( नौ निर्माण) की जा रही थी उस वक़्त 30 साला अबू ज़िंदाल ने इलेक्ट्रीशीयन का काम अंजाम दिया और इसने काफ़ी वक़्त पुलिस हेडक्वार्टर में गुज़ारा था।

ज़िंदाल ने यहां के कालेज से बैचलर आफ़ साईंस में कामयाबी हासिल की और वो इलेक्ट्रीशीयन की हैसियत से मशहूर था। पुलिस ने बताया कि इस ने इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टीटियूट (आई टी आई) में भी तर्बीयत ( Training) हासिल की। कई अफ़राद का कहना है की घरेलू नौईयत के इलेक़्ट्रीशीयन का काम करने में मुहल्ला के अफ़राद उस की मदद किया करते थे।

अबू ज़िंदाल पर शुबा है की इस ने 26/11 के 10 पाकिस्तानी हमलावरों को करांची के कंट्रोल रुम में मौजूद रहते हुए हिदायात दी थी। इस हमला में 166 अफ़राद हलाक हुए।