अलाहिदा तेलंगाना रियासत की तशकील के ख़िलाफ़ सीमांध्र के छः कांग्रेसी मेंबरान पार्लियामेंट के इलावा तेलुगु देशम पार्टी और वाई एस आर कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से पीर को मनमोहन सिंह हुकूमत के ख़िलाफ़ अदम एतेमाद की तहरीक का नोटिस देने से हुक्मराँ पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सीमांध्र से कांग्रेस के 6, टीडीपी के चार और वाएएसार कांग्रेस पार्टी के तीन अरकाने पार्लियामेंट ने लोकसभा स्पीकर को अदम एतेमाद की तहरीक पेश करने के लिए अलग – अलग नोटिस दिए हैं।
मीरा कुमार को लिखे अपने ख़त में सीमांध्र के इन कांग्रेसी अरकाने पार्लयामेंट ने लोकसभा के काम काज के अमल से मुंसलिक क़वानीन के तहत क़वाइद 198 का ज़िक्रकरते हुए मर्कज़ी मित्र परिषद के ख़िलाफ़ अदम एतेमाद की तहरीक पेश करने की इजाज़त मांगी है।
ये रहनुमा आंध्र- प्रदेश की तक़सीम की सख़्ती से मुख़ालिफ़त कर रहे हैं। उन्होंने लोक सभा से अपने इस्तीफ़े भी दिए थे, जिन्हें क़बूल नहीं किया गया।
सीमांध्र के कांग्रेसी अरकाने पार्लियामेंट की तरफ़ से नोटिस दिए जाने के कुछ देर बाद टीडीपी के अरकान ने भी लोकसभा सदर को ख़त दे कर अदम एतेमाद की तहरीक लाने की इजाज़त दिए जाने का मुतालिबा किया।
ज़राए ने दावा किया कि सीमांध्र के कांग्रेस अरकाने पार्लियामेंट ने इस मुआमले में टीडीपी को एतेमाद में लिया था और उन्होंने इसी के मुताबिक़ काम किया।
अदम इअतिमाद की तहरीक पेश करने के लिए ऐवान के अरकान की तादाद का 10 फ़ीसद यानी तक़रीबन 50 अरकान की हिमायत की ज़रूरत होती है। 15 वीं लोक सभा में अभी तक अदम एतेमाद की तहरीक पेश नहीं हुई है और इस सिलसिले में एक साल पहले ममता बनर्जी की क़ियादत वाली तृणमूल कांग्रेस का मंसूबा जरूरी तादाद की अदम मौजूदगी में कामयाब नहीं हो पाई थी। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के 19 रुकन हैं।
अदम एतेमाद की तहरीक के नोटिस देने वाले सीमांध्र के कांग्रेस अरकाने पार्लियामेंट आर. सावबाशिव राव, सब्बम हरि, वी. अरूण कुमार, ए साई प्रताप, जी वी किशोर कुमार और एल राजगोपाल। इन अरकाने पार्लियामेंट का मंसूबे से जाहिर होता है कि वे तेलंगाना के मसले पर आंध्रा प्रदेश की तक़सीम और छोटी रियासतों के क़ियाम की मुख़ालिफ़त करने वालों से हिमायत मांग कर हुकूमत को मुश्किल में डाला जाए। (एजैंसी)