अब मिड डे मील को हाई-फाई इंतजाम

पटना 13 मई : सूबे के 72 हजार इब्तेदाई स्कूलों में मिड डे माल खाने की मंसूबा बंदी के अमल में तबदीली किया जा रहा है। मकसद है तमाम स्कूलों में बाकायदगी से मिड डे मील दस्तयाब कराना। इसके लिए महकमा की तरफ से मौजूदा माली साल में 10 करोड़ रुपये की लागत से एक पायलट प्रोजेक्ट लागू किया जा रहा है। इसके तहत 5000 स्कूलों में रसोई गैस से मिड डे मील को तैयार किया जाएगा। इसके इलावा 35760 स्कूलों में किचेन शेड का लुक बदला जाएगा। मौजूदा इन्तेजाम में स्कूलों के किसी एक क्लास या बरामदे में मिड डे मील तैयार किया जाता है। नए नेजाम में स्कूल कैंपस में अलग से किचेन शेड का तामीर कराया जाएगा।

पायलट प्रोजेक्ट के तहत मिड डे मील के ओपरेशन, निगरानी और मानीटरिंग को और ज्यादा मौसिर बनाया जा रहा है। इसका असर जून-जुलाई से स्कूलों में दिखेगा। मिड डे मील मंसूबा में बेहतर हम अहंगी कायम करने के लिए अफसरों और मुलाज़िमों को मोबाइल, टेबलेट पीसी से लैस किया जाएगा। बेहतर कारकर्दगी की बुन्याद पर अज़ला की रैकिंग की जाएगी और इसके सिलसिले में रसोईया, हेड मास्टर और अफसरान को नवाज़ा जाएगा।