मैट्रिक इम्तेहान में शामिल होनेवाले एससी-एसटी तालिबे इल्म को अब ज़ात, इन्कम और रिहायशी सर्टिफिकेट के लिए बीडीओ-सीओ दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इम्तेहान देनेवाले एससी-एसटी तालिबे इल्म को अब मैट्रिक के सेर्टिफिकेट के साथ ही कास्ट, रिहायशी और इन्कम सेर्टिफिकेट दिये जायेंगे। तालीम वज़ीर गीताश्री उरांव ने महकमा को इसके लिए जरूरी कार्रवाई करने की हिदायत दिया है। नयी नेज़ाम 2014 की मैट्रिक इम्तेहान से लागू होगी।
तालिबे इल्म के कास्ट, रिहायशी और इन्कम सेर्टिफिकेट बनाने की अमल मैट्रिक के इम्तेहान फॉर्म भरने के वक़्त ही शुरू होगी। सेर्टिफिकेट बनवाने की जिम्मेदारी मुतल्लिक़ जिले के जिला तालीम ओहदेदार की होगी। सेर्टिफिकेट नहीं बनने की सूरत में मुतल्लिक़ जिला तालीम ओहदेदार पर कार्रवाई की जायेगी।
स्कूलों में दिया जायेगा फार्म
कास्ट, रिहायशी और इन्कम सेर्टिफिकेट बनाने के लिए बच्चों को स्कूलों में ही फॉर्म दिया जायेगा। तालिबे इल्म से फार्म भरवाने की जिम्मेदारी स्कूल के प्रिन्सिपल की होगी। स्कूल के जरिये ही फॉर्म मुतल्लिक़ ओहदेदार के पास जमा किया जायेगा। फॉर्म जमा करने के वक़्त ओहदेदार को यह यकीन दिलानी होगी कि वे सेर्टिफिकेट कब इशू करेंगे।