साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर शिवराज पाटिल ने अपनी ख़ुद नविश्त सवानिह हयात लिखना शुरू करदी है और मुबय्यना तौर पर जिस में हस्सास मसाइल जैसे 26 नवंबर के मुंबई हमले जो हिन्दुस्तान पर बदतरीन दहश्तगर्द हमले थे, शामिल किए गए हैं।
उन्होंने मेरी ज़िंदगी की आ डे से के उनवान से तहरीर करदा अपनी ख़ुद नविश्त सवानिह उमरी में उन के सियासी सफ़र, तफ़सीलात के इलावा तालीम, शादी के क़वानीन, बर्क़ी तवानाई के तहफ़्फ़ुज़ और टेक्नालोजी के तहफ़्फ़ुज़ के बारे में तज़किरे शामिल किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि किसी ना किसी बहाने बाअज़ दाख़िली और ख़ारिजी ताकतें मुल्क के किसी ना किसी इलाक़ा में गड़बड़ फैलाती हैं। उन से निमटा जा सकता है, उन्हें असल सियासी धारे में शामिल होने की तरग़ीब दी जा सकती है।