अमरीका इसराईल के लिए खड़ा रहेगा

किसी हद तक उस की वजह इसराईली वज़ीरे आज़म नितिन्याहू और सदर बाराक ओबामा के दरमयान ज़ाती सतह पर दोस्ती की कमी है, लेकिन दोनों ममालिक के दरमयान कई अहम उमूर पर इख़तिलाफ़ात से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

इसराईल में इंतिख़ाबी मुहिम के दौरान मिस्टर नितिन्याहू का अमरीकी कांग्रेस की जानिब से दोनों ऐवानों के मुशतर्का इजलास से ख़ुसूसी ख़िताब के लिए अमरीका जाना भी दोनों ममालिक के ख़राब ताल्लुक़ात में किसी बेहतरी की नवेद नहीं लाया।

बल्कि हुआ ये कि इसराईली वज़ीरे आज़म ने अपने ख़िताब को मिस्टर ओबामा की ईरान के साथ जौहरी मुआमले पर तसफ़ीए की कोशिशों के ख़िलाफ़ अमरीकी नुमाइंदगान पर असर अंदाज़ होने के लिए इस्तेमाल किया।