अमरीका से वीडियो कान्फ़्रैंसिंग में तकनीकी ख़राबी, समाअत का आज दुबारा आग़ाज़

मुंबई: पाकिस्तानी अमरीकी दहशतगर्द डेविड कोलमैन हेडली पर मुंबई की एक अदालत में गुज़िशता तीन दिन से जारी जरह आज एक दिन के लिए मुल्तवी कर दी गई जब अमरीका से वीडियो राबिता में तकनीकी ख़राबी पैदा हो गई। ख़ुसूसी सरकारी इस्तिग़ासा उज्ज्वल निकम ने पीडीआई से कहा कि ”इन (अमरीका की तरफ़ से वीडियो कान्फ़्रेंस में तकनीकी ख़राबी पैदा हो गई जिसके नतीजे में आज सुबह से हम कई कोशिशों के बावजूद राबिता पैदा नहीं करसके”।

उन्होंने कहा कि कल ये जरह जारी रहेगी। इब्तिदा में अदालती समात एक घंटे के लिए मुल्तवी कर दी गई बादअज़ां उज्ज्वल निकम और दीगर ओहदेदारों ने जज जी ए सनाप को मतला किया कि इस तकनीकी ख़राबी को फ़ौरी तौर पर दुरुस्त नहीं किया जा सकता। बादअज़ां अदालत ने इस्तिग़ासा की दरख़ास्त के मुताबिक़ समात को कल तक के लिए मुल्तवी कर दिया।

क़ब्लअज़ीं हेडली पर12 फ़रव‌री तक जरह करने का मन्सूबा बनाया गया था जिसमें मज़ीद इज़ाफ़ा किया जा सकता है। 26/11 के मुंबई दहशतगर्द हमलों के ज़िमन में हेडली पर अमरीका के एक नामालूम मुक़ाम से वीडियो कान्फ़्रेंसिंग के ज़रिये मुंबई की अदालत में गुज़िशता दो दिन से हेडली पर जरह की जा रही थी जिसमें हेडली ने साफ़ तौर पर ये इन्किशाफ़ किया कि पाकिस्तानी जासूस इदारा आईएसआई पाकिस्तान में सरगर्म मुख़्तलिफ़ दहशतगर्द तन्ज़ीमों को फ़ौजी और अख़लाक़ी इमदाद फ़राहम करते हुए किस तरह मदद-ओ-सरपरस्ती कर रहा था, उसने अदालत को ये भी बताया कि 26 नवंबर 2008 के दहशतगर्द हमलों से कई साल क़बल मुंबई को निशाना बनाने के लिए किस तरह मंसूबे बनाए गए थे और ये कि लश्कर‍-ए‍-तैयबा ने क़ब्लअज़ीं मुंबई की ताज-महल होटल में मुनाक़िदा हिन्दुस्तानी दिफ़ाई साईंसदानों की कान्फ़्रेंस को निशाना बनाने का मन्सूबा भी किया गया था।

इस मक़सद के लिए इस होटल का एक फ़र्ज़ी नमूना भी तैयार किया गया था लेकिन नक़ल-ओ-हरकत-ओ-दीगर मंतक़ी वजूहात की बिना पर साईंसदानों को निशाना बनाने का मन्सूबा तर्क कर दिया गया था। इन वजूहात में हमलावरों और असलाह की गै़रक़ानूनी मुंतकली में दुशवारी और कान्फ़्रेंस की तफ़सीलात के बारे में मालूमात का फ़ुक़दान भी शामिल था।

सद्दी विनाय‌क मंदिर को निशाना बनाने के मन्सूबे के बारे में हेडली ने अदालत से कहा था कि सज्जाद मीर (लश्कर‍-ए‍-तैयबा में हेडली के राबिता कार ने इस मंदिर का वीडियो बनाने की इस को वाज़िह हिदायत की थी। हेडली ने ये भी कहा था कि वो आईएसआई के लिए भी काम किया करता था और पाकिस्तानी फ़ौज के कई ओहदेदारों से मुलाक़ात करचुका है।

उसने ये इन्किशाफ़ भी किया कि लश्कर‍-ए‍-तैयबा को आलमी दहशतगर्द तंज़ीम क़रार देते हुए इस पर इमतिना आइद किए जाने के ख़िलाफ़ हुकूमत अमरीका को अदालत में घसीटने के लिए लश्कर‍-ए‍-तैयबा के बानी हाफ़िज़ सईद और ऑपरेशनल कमांडर ज़की अल रहमान लखवी को तजवीज़ पेश की थी|