अमीरों का शौक उजाड़ रहा गरीबों का आशियाना

अमीरों का शौकिया खेल गोल्फ बिरसानगर जोन नंबर सात के रिहाईशियों के लिए सजा बन गयी है। गोलमुरी गोल्फ ग्राउंड में गोल्फ खेल से गरीबों का आशियाना छीन रहा है। बताया जाता है कि इस ग्राउंड में जब गोल्फ शुरू होता है, बिरसानगर जोन नंबर सात में गैर एलानिया कर्फ़ु जैसे हालात हो जाते हैं। लोग घरों से बाहर नहीं निकलते हैं। बच्चों का खेलना बंद हो जाता है। गोल्फ के गेंद से लोगों के घरों की छत जगह-जगह टूट गये हैं। ऐसे में बारिश के दौरान घरों में पानी टपक रहा है। ये हालात गोल्फ मैदान में खिलाड़ियों के शॉट से बॉल का घरों पर गिरने से बने हैं। बॉल से बिरसानगर जोन नंबर सात के खपड़ैल, एस्बेस्टस, प्लास्टिक के बने गरीबों के घरों की छतों को तोड़ देता है। इस दौरान अगर घर के बाहर आप हैं, तो जख्मी होने की इमकान रहती है। इस तरह के बॉल से कई लोग जख्मी भी हो चुके हैं।

घरों के टूटने से हैं परेशान : राव

‘‘घरों के टूटने से हम परेशान हैं। घर की छतों पर लोग जाना नहीं चाहते हैं। खेल के दौरान हम दुआ करते हैं की बॉल इधर न आये। एक शख्स बाहर से आये थे, उन्हें मालूम नहीं था। बाहर घूमने निकले और उन्हें चोट लग गयी। किसी तरह वह बच पाये।

एनएम राव, बस्ती रिहायशी

बच्चों को घर से निकलने नहीं देते

‘‘हम बच्चों को घरों से निकलने नहीं देते हैं। सनीचर और इतवार को तो दिन रात खेल चलता है और उस दिन घरों में ही रहकर काम करना पड़ता है। छुट्टी के बावजूद बच्चे खेल नहीं पाते हैं।

सुरजीत कौर, बाशिंदा

इलाक़े के घरों में जमा हो चुके हैं गोल्फ बॉल

गोल्फ ग्राउंड से निकले बॉल बिरसानगर जोन नंबर सात के चर्च रोड के तकरीबन तमाम घरों में जमा है। नुकसान पहुंचाने के बाद बच्चे बॉल देखकर खुश हो जाते हैं, लेकिन बड़ों के लिए यह सजा हो जाती है।