वॉशिंगटन: डॉनल्ड ट्रंप शायद ऐसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिन्हें निर्वाचन के बाद इतना विरोध झेलना पड़ रहा है. रविवार को अमेरिका ने एक ऐतिहासिक नजारा देखा. अमेरिका में महिलाओं के डॉनल्ड ट्रंप विरोधी मार्च ने गजब की भीड़ जुटाई. अमेरिकी मीडिया के दावों के मुताबिक ये मार्च कई मायनो में ‘रेकॉर्डधारी’ रहा.
क्राउड सायंटिस्ट्स ने बताया है कि ट्रंप विरोधी मार्च में उनके शपथ समारोह से तीन गुनी ज्यादा भीड़ जुटी. क्राउड सायंटिस्ट्स ने नैशनल मॉल और पास के इलाकों से ली गई तस्वीरों और विडियों का अध्ययन करने के बाद ऐसा आंकड़ा दिया है. शुक्रवार को जब ट्रंप शपथ लेने के बाद भाषण दे रहे थे तो तस्वीरों और विडियो के हिसाब से करीब 1 लाख 60 हजार लोगों के होने की उम्मीद जताई गई.
प्रेस रिपोर्ट के मुताबिक क्राउड सायंटिस्ट्स उन्हीं जगहों पर महिलाओं के मार्च की तस्वीर देखने पर करीब 4 लाख 70 हजार की भीड़ का अनुमान जता रहे हैं. न्यूज एजेंसी भी ट्रंप विरोधी मार्च में रेकॉर्ड भीड़ का अनुमान जता रही हैं.
वही हफ पोस्ट भी इसको सही बताते हुए कहा कि ट्रंप के खिलाफ महिलाओं का यह मार्च वॉशिंगटन डीसी मेट्रो सिस्टम के लिए अबतक का दूसरा व्यस्ततम दिन बन गया. 2009 में ओबामा के शपथग्रहण समारोह में मेट्रो ने रेकॉर्ड राइडरशिप देखी थी. उस समय करीब 11 लाख 20 हजार ट्रिप हुई थीं. ट्रंप विरोधी मार्च में भी वॉशिंगटन डीसी मेट्रो में 10 लाख से अधिक राइडरशिप दर्ज की गई.
बता दें कि अमेरिकी कांग्रेस के लिए निर्वाचित भारतीय मूल के पांचों अमेरिकी सांसदों ने भी महिलाओं की रैली में हिस्सा लिया. वॉशिंगटन में भारी भीड़ को संबोधित करने वाले कई डेमोक्रैटिक सेनेटर्स में पहली भारतीय अमेरिकी सेनेटर कमला हैरिस भी शामिल थीं.