इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने अमरीका और पश्चिमी देशों को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये अरब जगत को लूटने में लगे हुए है।
रूहानी ने उत्तर पश्चिमी ईरान के शहर तबरेज़ में एक समारोह में कहा कि इलाक़े के कुछ देशों की यह धारणा है कि पश्चिमी एशिया के बारे में कोई भी फ़ैसला वाइट हाउस को करना चाहिए और वह समझते हैं कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी सरकार हमेशा इस क्षेत्र की जनता के सिर पर सवार रह सकती है।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि बाहरी शक्तियों से मध्यपूर्व के इलाक़े को किसी भी तरह की शांति नहीं मिली है। डाक्टर रूहानी ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान की तबाही, इराक़ पर ज़मीन और हवा से हमले, इलाक़े में आतंकवाद का विस्तार, इसी तरह सऊदी अरब को जो विमान और बम दिए गए यह सब कुछ इस इलाक़े में बाहरी शक्तियों के आगमन का दुष्परिणाम है।
डाक्टर रूहानी ने कहा कि ईरान ने साबित कर दिया है कि वह महाविनाश के शस्त्रों की पीछे नहीं भाग रहा है, ईरान केवल परमाणु समझौते के लिए दुनिया से सहयोग नहीं कर रहा है बल्कि दुनिया के साथ सहयोग करके ईरान संयुक्त हितों को साधना चाहता है, ईरान एसा समझौता चाहता है जिसमें सबका फ़ायदा हो।
राष्ट्रपति रूहानी ने पर्यटन को बढ़ावा देने पर ज़ोर देते हुए कहा कि इस तरह देशों को एक दूसरे को समझने में मदद मिलेगी।