अमेरीका और पाकिस्तान का दुश्मन मुश्तर्क : मार्क ग्रास मैन

अमेरीका के ख़ुसूसी नुमाइंदा मार्क ग्रास मैन ने सलाला की पाकिस्तानी फ़ौजी चौकी पर नाटो हमले पर एक बार फिर गहरे अफ़सोस का इज़हार करते हुए कहा कि अमेरीका के लिए पाकिस्तान की पार्लीमेंट की सिफ़ारिशात काबिल‍ ए‍ एहतेराम हैं।

मार्क ग्रास मैन ने ईस्लामाबाद में वज़ीर-ए-ख़ारजा हिना रब्बानी खर से मुलाक़ात की और बाद में मोतमिद ख़ारिजा जलील अब्बास जीलानी से दो तरफ़ा मुज़ाकरात भी किए। इस के बाद मुशतर्का प्रेस कान्फ्रेंस में मोतमिद ख़ारिजा ने कहा कि अमेरीका से ताल्लुक़ात बहाल करने के लिए वो पार्लीमेंट की रहनुमाई चाहते हैं।

ड्रोन हमले गै़रक़ानूनी और नाक़ाबिल‍ ए‍ कुबूल हैं। मार्क ग्रास मैन ने कहा कि अमेरीका और पाकिस्तान दोनों का दुश्मन मुश्तर्क है। हम पाकिस्तान की ख़ुदमुख़तारी का एहतेराम करते हैं। हम पाकिस्तान का इक़्तेसादी इस्तेहकाम और इस ख़ित्ता से दहश्तगर्दों की महफ़ूज़ पनाह गाहों का ख़ातमा चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि सलाला चौकी हमला पर अमेरीका पहले ही गहरे अफ़सोस का इज़हार कर चुका है। वो दुबारा मुतास्सिरा ख़ानदानों से दिली हमदर्दी का इज़हार करते हैं।

मार्क ग्रास मैन ने बताया कि दफ़्तार-ए-ख़ारजा के मुज़ाकरात में कहा गया है कि पाकिस्तान और अमेरीका किस तरह अफ़्ग़ान मुफ़ाहमती अमल को कामयाब बना सकते हैं