अमेरीकी H-1B वीज़ा दरख़ास्तों की वसूली मुकम्मल

वाशिंगटन / अमेरीकी कांग्रेस की तरफ़ से सालाना असास पर मंज़ूर किए जाने वाले 65 हज़ार H-1B वर्क वीज़ा कई सालों के बाद इस‌ साल पहली मर्तबा अपनी तय कि हुई हद पुरी करचुके हैं।

ये इन वीज़ाओं कि पेशावर माहिरीन को बहुत जरुरत पडती हैं। अमेरीकी महिकमा शहरीयत और इमिग्रेशन ख़िदमात (यू एस ई आई एस) ने एलान किया है कि इस को H-1B दरख़ास्तें उस तादाद में मौसूल हुई हैं जो मालीयाती साल 2013 के लिए तय‌ 65 हज़ार की क़ानूनी हद तक पहूंच जाएंगी।

11 जून नए H-1B वीज़ा की दरख़ास्तों की वसूली की आख़िरी तारीख़ थी जो अगले मालीयाती साल 2013 में मुलाज़मत शुरू करने की तारीख़ से पहले जारी किए जाते हैं।

पछ्ले चंद साल के दौरान या तो तय कि हुई हद से ज़्यादा सतह पर ये दरख़ास्तें पहूंच जाती हैं, या हद से कम पहुंती है। अमेरीकी महिकमा शहरीयत और इमिग्रेशन ख़िदमात के ब‌यान में कहा गया है कि वो तमाम मिली हुई दरख़ास्तों का गहराई से जायज़ा लेगा और शख़्सी तौर पर दरख़ास्तों की वसूली की तारीख़ को बुनियाद बनाया जाएगा ना कि ज़रीया डाक भेजी जाने वाली दरख़ास्तों पर दर्ज तारीख़ को बुनियादी तसव्वुर किया जाएगा।

मालीयाती साल 2013 में काम शुरू करने के लिए 11 जून 2012 के बाद पहूंचने वाली दरख़ास्तों को र‌द कर दिया जाएगा। 7 जून तक इस इदारे को 20 हज़ार दरख़ास्तें पहुंची थीं जो इस हद से अलग‌ हैं। ये अमेरीकी संस्था कि तय‌ हद से अलग दुसरें ज़मरों की दरख़ास्तें बदस्तूर वसूल करता रहेगा।