विज़ारत बैरूने मुल्क मुक़ीम हिन्दुस्तानियों के उमूर ने हिन्दुस्तानी तारकीन वतन के लिए अरदन और लीबिया के साथ मेहनत और तहफ़्फ़ुज़ के मुआहिदात पर दस्तख़त के अमल का आग़ाज़ कर दिया है। विज़ारत ने खतर, मुत्तहदा अरब इमारात ,ओमान , मलेशिया और बहरैन के साथ मेहनत की याददाश्त मुफ़ाहमत और बाहमी मुआहिदों पर दस्तख़त किए हैं।
विज़ारत ने अरदन और लीबिया के साथ भी इसी नवीत की मुफ़ाहमत की याददाश्तों पर दस्तख़त केलिए पहल करदी है। मर्कज़ी वज़ीर बराए बैरूने मुल्क मुक़ीम हिन्दुस्तानियों के उमूर वायलार रवी ने एक सवाल का जवाब देते हुए लोक सभा में कहा कि घरेलू ख़िदमात कारकुन के तक़र्रुत के सिलसिले में हिन्दुस्तान और सऊदी अरब के दरमियान मेहनत में तआवुन के मुआहिदे पर दस्तख़त होचुके हैं।
मुशतर्का वर्किंग ग्रुप्स दोनों ममालिक के नुमाइंदों पर मुश्तमिल क़ायम किए गए हैं। ये ग्रुप्स तमाम मसाइल बिशमोल अक़ल्ल तरीन उजरतें , दस्तावेज़ात की तैयारी , मेहनत के तनाज़आत की यकसूई , हालात मुलाज़िमत, अफ़रादी ताक़त की तैनाती में मुशतर्का तजुर्बा , मालूमात का तबादला जो क़ानूनसाज़ी और इंतेज़ामी इक़दामात से मुताल्लिक़ हो और रोज़गार मंडी की मालूमात का बाहमी तबादले, से निमटेंगे।
उन्होंने कहा कि मुआहिदे यह मुफ़ाहमत की याददाश्तें बाहमी मुत्तफ़िक़ा चौखटा बराए हिन्दुस्तानी सिफ़ारत ख़ाना भी फ़राहम करते हैं, ताकि सिफ़ारत ख़ाने मेज़बान मुल्क में मुसलसल मसाइल उठा सकें और उनकी यकसूई कर सकें।