अरब लीग से शाम की मुअत्तली का फ़ैसला

क़ाहिरा 13 नवंबर : ( ए एफ़ पी ) : अरब लीग ने आज अरब ममलकत शाम को अपनी रुकनीयत से मुअत्तल करदिया और शाम में मुज़ाहिरीन के ख़िलाफ़ तशद्दुद के ख़ातमा के लिए अरब लीग की तरफ़ से पेश करदा समझौता पर अमल आवरी ना किए जाने तक इस तंज़ीम से शाम की मुअत्तली बरक़रार रहेगी ।

इलावा अमीं अरब लीग ने शाम के ख़िलाफ़ तहदीदात आइद करने का मुतालिबा करते हुए इस मलिक के अप्पोज़ीशन ग्रुपों के साथ उबूरी मुज़ाकरात शुरू करने का ऐलान भी किया है ।

क़ुतर के वज़ीर-ए-आज़म हमद बिन जासम एलिसानी की तरफ़ से अरब लीग का एक ब्यान पढ़ कर सुनाया गया जिस में कहा गया है कि लीग ने अपने इजलासों में शाम के वफ़ूद की शिरकत और दीगर सरगर्मीयों को मुअत्तल करने का फ़ैसला किया है । ये मुअत्तली उस वक़्त तक बरक़रार रहेगी तावक़तीके शाम की जानिब से अरब मंसूबा पर अमल आवरी से इनकार किया जाता रहेगा ।

इलावा अज़ीं शाम के ख़िलाफ़ मआशी-ओ-सयासी तहदीदात पर अमल आवरी का मुतालिबा भी किया गया है । अरब लीग ने तमाम अरब ममालिक पर ज़ोर दिया है कि वो दमिशक़ से अपने मुताल्लिक़ा सफ़ीरों को वापिस तलब करलीं। ताहम ये फ़ैसला मुख़्तलिफ़ अरब ममालिक की मर्ज़ी पर छोड़ दिया गया है ।

शेख़ हमद ने कहा कि अरब लीग के इस फ़ैसला पर 16 नवंबर से अमल आवरी होगी । इस ब्यान में वार्निंग दी गई कि अगर शाम में ख़ूनख़राबा जारी रहेगा तो अरब लीग के सैक्रेटरी जनरल नीबल अलारबी बिशमोल अक़वाम-ए-मुत्तहिदा , इंसानी हुक़ूक़ से मुताल्लिक़ तमाम बैन-उल-अक़वामी तंज़ीमों से रब्त क़ायम करेंगे । तीन दिन क़बल क़ाहिरा में मुनाक़िदा अरब लीग के इजलास में शाम के अप्पोज़ीशन ग्रुपों ने शिरकत की थी ।

हुम्मस में जारी हलाकत ख़ेज़ तशद्दुद पर इस इजलास में गहिरी तशवीश का इज़हार किया गया । ताहम इस सूरत-ए-हाल से निमटने के तरीका-ए-कार पर अरब वुज़रा-ए-ख़ारजा के माबैन इख़तिलाफ़ात पाए गए और बिलआख़िर अक्सरीयत राय की बुनियाद पर क़तई फ़ैसला किया गया ।

सदर बशार अलासद की हुकूमत ने 2 नवंबर को अरब लीग का एक मंसूबा क़बूल की थी जिस में तमाम महरो सीन को रिहा करने फ़ौज की बाज़ तलबी और मीडीया-ओ-मुबस्सिरीन को आज़ादाना नक़ल-ओ-हरकत की इजाज़त की शराइत आइद की गई थीं लेकिन इंसानी हुक़ूक़ ग्रुपों ने दावा किया है कि अरब लीग के इस मंसूबा की पेशकश के बाद हुकूमत शाम ने हुम्मस और दीगर शहरों में जारी अपनी ज़ालिमाना कार्यवाईयों में मज़ीद शिद्दत पैदा करदी है और समझौता पर दस्तख़त के बाद से अब तक 125 अफ़राद हलाक होगए हैं ।