एक मुक़ामी एन जी ओ ने यूथ लीडर आशीष देशमुख की जानिब से अलाहदा विदुर भा रियासत केलिए 6 दिसम्बर से मुजव्वज़ा भूक हड़ताल के प्रोग्राम केलिए मुख़्तलिफ़ प्रोग्राम्स का मंसूबा बनाया है ताकि अवाम की ताईद हासिल की जा सके।
याद रहे कि महाराष्ट्रा एसेंबली के सरमाई सेशन का आग़ाज़ 9 दिसम्बर से होगा और इस तरह आशीष देशमुख तीन रोज़ पहले ही भूक हड़ताल का आग़ाज़ करदेंगे। विदुर भा इकनॉमिक डवलप्मेंट कौंसिल ने बताया कि जिन प्रोग्राम्स की मंसूबा बंदी की गई है वो भूक हड़ताल के मुक़ाम भास्कर भवन, सियोल लाईन्ज़ में साथ साथ चलाए जाऐंगे।
आशीष देशमुख साबिक़ सदर एम पी सी सी और वज़ीर-ए-ज़राअत रणजीत देशमुख के बेटे हैं। कौंसिल ने मज़ीद कहा कि विदुर भा इकनॉमिक डवलप्मेंट (VED) हमेशा से ही इस ख़ित्ता की तरक़्क़ी केलिए कोशिश रही और अलाहदा रियासत विदुर भा की हमेशा से ताईद की है।
लिहाज़ा देशमुख की भूक हड़ताल की ताईद ना करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। VED सदर देवेंद्र पारेख ने कल अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि पार्लीमैंट के सरमाई सैशन में अलाहदा रियासत तेलंगाना का बिल पेश किया जाएगा और हम चाहते हैं कि इस के साथ साथ अलाहदा रियासत विदुर भा का बिल भी पेश किया जाये।
जिन प्रोग्राम्स को क़तईयत दी गई है उनके मुताबिक़ वरदभा के मुतालिबा पर अख़बारात की ख़बरें और मज़ामीन की नुमाइश, बच्चों केलिए फोटोग्राफी और पेंटिंग के मुक़ाबले, माहिरीन की राय, शॉर्ट फिल्में, स्टरीट ड्रामे क़ाबिल-ए-ज़िकर हैं। याद रहे कि पार्लीमैंट में अलाहदा तेलंगाना रियासत का बिल पेश किया जाने वाला है।
लिहाज़ा अलाहदा रियासत विदुर भा के मुतालिबा में शिद्दत पैदा होना एक फ़ित्री अमर है। इस ख़ित्ता के लोगों का भी अलाहदा रियासत विदुर भा का मुतालिबा कोई नया नहीं है बल्कि बहुत दिनों से,आने वाली हुकूमतों पर दबाव डाला गया लेकिन अब तक अलहदा रियासत की तशकील के कोई आसार नज़र नहीं आते।