अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी में नक़ल नवेसी को रोकने दो मरहले का इम्तेहान मुतआरिफ़

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने इस इदारे में तालीमी साल 2015-16 से पेशा वाराना कोर्सेस में दाख़िला हासिल करने के लिए होने वाले इम्तेहान को दो मरहले के निज़ाम पर मबनी कर दिया है , जो दाख़िला टेस्ट में शफ़्फ़ाफ़ियत को बढ़ाने की कोशिश है।

तर्जुमान ए एमयू राहत इबरार ने बताया कि 2015-16 सेशन से मेडिकल, इंजीनिरिंग और ग्यारहवीं जमात के कोर्सेस के लिए दाख़िला इम्तेहान इब्तिदाई टेस्ट और फिर क़तई दाख़िला टेस्ट पर मुश्तमिल होगा। इब्तेदाई टेस्ट मुल्क‌ भर के मुख़्तलिफ़ मराकज़ में मुनाक़िद किया जाएगा जबकि क़तई इम्तेहान ए एम यू कैंप्स में होगा।

इस यूनीवर्सिटी की एकेडेमी काउंस‌ल के इस फैसले का पस-ए-मंज़र साल 2015-16 के लिए मुनाक़िदा ऐंटरैंस टेस्ट बराए एम बीबी एस बी डी एस को मंसूख़ करदिया जाना है क्योंकि हाईटेक तर्ज़ की नक़ल नवीसी की इत्तेलाआत सामने आई थीं। इबरार ने कहा कि इस फैसले से बदउनवानी पर रोक लगेगी।