शनिवार को यूनाइटेड नेशन के सेक्रेट्ररी जनरल बन की मून ने सीरिया में अलेप्पो की स्तिथि को जहन्नुम के समान बताया और कहा कि अन्तर्राष्ट्रीट समुदाय सामूहिक रूप से सीरिया के लोगो और वहाँ हो रही हत्याओं को बचाने में असफल है।
बन ने आगे कहा कि हम पूर्ण रूप से सभी मिल कर सीरिया के लोगो के लिए कुछ भी कर पाने में असफल है। वहां पर शान्ति तभी जन्म लेगा जब वो दया और इंसाफ के साथ होगी और भद्दे जुर्मों की जवाबदेही होगी। अलेप्पो के लोगो के इतना मदद के लिए गुहार लगाने के बाद भी यूएन वहाँ के बेकुसूर लोगों को बचाने में असफल हैं बाराक ओबामा ने यह घोषित कर दिया है कि सीरिया की बशर-अल-अस्साद की सरकार, ईरान और रूस अलेप्पो में होने वाली हत्याओं के ज़िम्मेदार हैं और कहा की सीरिया पर कब्ज़ा करने के लिए सेना कम होने के कारण वाशिंगटन उस युद्ध को रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकता है।
विडम्बना देखिये की दोनों बन और ओबामा ने तब टिप्पणी दी जब बशर की सरकार का कहर सीरिया पर पूरी तरह से टूट गया। यूएन और यूएस दोनों इस बात की निंदा करने के लिए आ रहे है की वो इस जहन्नुम में रूस और सीरिया की फौजों द्वारा बेदर्दी से बच्चे और औरतों को बिना वजह मारा जा रहा है इस के मूक दर्शक है। इसी दौरान युद्ध से उजड़े हुए सीरिया के इलाके की और बर्बादी की वीडियो सामने आ रही है, जिसमे रूस और सीरिया के फौज़ो द्वरा लगातार बेकुसूर लोगों को मारा जा रहा हैं।
लन्दन चैनल 4 की एक अनाथ जिन्दा बचे हुए बच्चे की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी है। इस वीडियो में इस बच्चे का दर्द आपको रोने पर मजबूर कर देगा। इसी दौरान यूएन का ऐसे हालातों में मानवाधिकारों की सुरक्षा करने से अपने कदम का पीछे खींचे जाना और रूस द्वारा सीरिया की बशर फौज़ो के साथ मिल कर बेकुसूर अलेप्पो के लोगो को मारना इस बात का संकेत है कि हम एक निर्दयी दुनिया में रहते हैं।