अल्लाह के रसूल स.व. रजब के माह‌ ही से रमज़ान की तैय्यारी शुरू करदेते

हैदराबाद । उम उल मोमिनीन हज़रत आईशा सिद्दीक़ा बयान करती है कि अल्लाह के रसुल स.व. जैसे ही रजब का महिना शुरु होता रोज़ों और इबादात में ओर जयादती करते हुए माह रमज़ान की तैय्यारी शुरू कर देते और अल्लाह ताला से दुआ करने लगते कि माह रजब से माह शाबान में और फिर माह रमज़ान में दाख़िल फ़र्मा।

इस तरह मुसलमानों के लिए हुज़ूर-ए-अकरम स.व. की ये सुन्न्त सामने आती है कि इस माह रजब में दाख़िल होने पर अल्लाह ताला का शुक्रिया अदा करें और माह रमज़ान में दाख़िल होने के लिए सच्चे दिल से दुआएं मांगें। इन ख़्यालात का इज़हार जामि मस्जिद पाईगाह बशीर बाग़ में शुक्रवार कि नमाज़ से पहले मौलाना नादिर मस्दुसी सदर बज़म इलम व अदब ने बयान करते हुए किया और कहा कि रजब , शाबान और रमज़ान तीनों इंतिहाई बाबरकत रहमतों और मग़फ़िरतों वाले महीने हैं।