माइनारीटीज़ डेवलपमेंट फ़ोरम की जानिब से वज़ीफ़े याब मुलाज़मीन (कर्मचारी ) और ऐसी बेवाऐं जो सरकारी वज़ाइफ़ हासिल कर रही हों, उन्हें रियास्ती हुकूमत ने हेल्थ कार्ड्स जारी करने का जो फ़ैसला किया है, इस के हुसूल के लिए रहनुमाई की जाएगी। इस बात का फ़ैसला आज माइनोरीटीज़ डेवलपमेंट फ़ोर्म के एग्ज्युकिटिव कमेटी ने किया।
इस सिलसिला में जनाब एम ए क़दीर को ज़िम्मेदार बनाया गया है कि वो स्कीम की तमाम तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाएँ। एम डी एफ़ इदारा सियासत के तआवुन से वज़ीफ़े याब मुलाज़मीन (कर्मचारी ) के लिए हेल्थ कार्ड्स के हुसूल के सिलसिला में हेल्पलाइन का भी आग़ाज़ करेगा।
मजलिस-ए-आमला के इजलास (मीटिंग) में जनाब इक़बाल अहमद ख़ान, डाक्टर अय्यूब हैदरी, जनाब सय्यद इलयास बाशाह, मुहम्मद ख़्वाजा मुईन उद्दीन, मुहम्मद शाहिद हुसैन, मुहम्मद बरकत अली, मुहम्मद फ़रीद उद्दीन, मुहतरमा शाहीनअफ़रोज़, वहीदा ख़ातून, मुहतरमा कनीज़ उम्र,
मुहतरमा आबिदा बेगम, एम ए समद ख़ान,निसार अहमद ऐडवोकेट, मुहम्मद सिद्दीक़ी मुकेश, एम ए रउफ़, मुहम्मद नस्रूल्लाह ख़ान-ओ-दीगर (दुसरे) ने शिरकत की। इबतदा-ए-में जनाब ख़्वाजा मुईन उद्दीन ने अरकान का ख़ौरमक़दम किया।
डाक्टर अय्यूब हैदरी की क़िरात कलाम पाक से इजलास (मीटिंग) का आग़ाज़ हुआ। सय्यद इलयास बाशाह की दुआ पर इजलास (मीटिंग) का इख़तताम अमल में आया।