लखनऊ, 27 अगस्त: विश्व हिन्दू परिषद के चीफ अशोक सिंघल, और प्रवीण तोगड़िया, साबिक एमपी राम विलास वेदांती और साबिक वज़ीर लल्लू सिंह समेत 1061 लोगों को पीर की देर रात तक रिहा कर दिया गया। अब तक संत, महंत, साबिक वज़ीर , मेम्बर असेम्बली और कारकुनो समेत 2625 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें 1564 लोगों को जेल में नज़रबंद किया गया है।
वाजेह है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जगतगुरु स्वामी राम भद्राचार्य, विश्व हिंदू परिषद के चीफ अशोक सिंघल और सदर प्रवीण तोगड़िया को फौरन छोड़े जाने के हुक्म दिन में दिए थे। अदालत ने रियासती हुकूमत से जवाब तलब करते हुए मामले की अगली सुनवाई मंगल के दिन 27 अगस्त को तय की है।
पीर के दिन एडीजी/आइजी कानून निज़ाम राजकुमार मिश्रा और होम सेक्रेटरी सर्वेश चंद मिश्रा ने सहाफियों को बताया कि पीर के दिन कुल 376 लोगों को अलग अलग अजलो (जिलों) से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार होने वालों में विहिप की तरफ से मुनाकिद एहतिजाज के मुज़ाहिरीन भी हैं। आफीसरो ने बताया कि अशोक सिंघल को लखनऊ से शाम को ही रिहा कर दिया गया था, जबकि रामभद्राचार्य को गिरफ्तार ही नहीं किया गया था। वह अपने एक दोस्त के घर पनाह लिए हैं। सर्वेश चंद मिश्र ने कहा कि सिंहल ने दिल्ली जाने की खाहिश जताई। उनको 6:15 बजे की एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया है।
अब उनसे कोई दिक्कत नहीं है। शाम की प्रेस कांफ्रेंस में आफीसरो ने यह दलील दी थी कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने कहा कि अगर बुनियादी हुकूको की खिलाफवर्जी कर सिंघल, तोगड़िया और वेदांती की गिरफ्तारी की गयी है तो उन्हें रिहा किया जाय। इस बुनियाद पर होम सेक्रेटरी का कहना था कि अभी हम इसका कानूनी जांच कर रहे हैं, लेकिन रात करीब दस बजे महकमा दाखिला के तरजुमान ने यह इत्तेला दी कि एटा से निजी मुचलके ( Bond) पर प्रवीण तोगड़िया, राम विलास वेदांती और लल्लू सिंह को अच्छे सुलूक की यकीन दहानी पर रिहा कर दिया गया है। संतकबीरनगर के साबिक एमपी इन्द्रजीत मिश्रा को कारकुनो समेत अयोध्या जाते वक्त गिरफ्तार कर गोरखपुर जेल भेज दिया गया है।
राजकुमार विश्वकर्मा ने देर रात बताया कि लखनऊ, आगरा, कानपुर नगर, कानपुर देहात, वाराणसी, इलाहाबाद, झांसी, चंदौली, गाजियाबाद, कुशीनगर, चित्रकूट, महराजगंज, हमीरपुर, उन्नाव वगैरह जिलों और जालौन के उरई, मुगलसराय, लखनऊ के चारबाग, वाराणसी, आगरा फोर्ट, आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार सभी एहतिजाजी रिहा कर दिए गये हैं। फैजाबाद में 639, गोंडा में 60, बलरामपुर में 16, बस्ती में 153, बांदा में 20, बाराबंकी में 203, देवरिया में 17, बहराइच में 41, सिद्धार्थनगर में 32, संतकबीरनगर में 43 और अम्बेडकरनगर में 59 लोग अभी भी जेल में नजरबंद हैं।
फैजाबाद, बाराबंकी, बस्ती, अम्बेडकरनगर, बहराइच और गोंडा जिलों की सरहद अभी सील रहेगी। लेकिन आम आदमी को कोई दिक्कत नहीं आयेगी। सहाफियों को यह इत्तेला देते हुए एडीजी/आइजी कानून निजाम राजकुमार विश्वकर्मा ने बताया कि मंगल तक ट्रैफिक पूरी तरह आम हो जायेगी, लेकिन अगर कोई परिक्रमा के लिए कोशिश करेगा तो उसे गिरफ्तार किया जायेगा। उन्होंने दावा किया कि कहीं कोई नाखुशगवारी वाकियात नहीं हुए और हालात पूरी तरह ठीक है। सभी छह जिलों की सेक्युरिटी पहले की तरह बरकरार है।