अश्वनी कुमार ने ग़लती नहीं की, इस्तीफ़े का मुतालिबा ख़त्म‌ : कमल नाथ

नई दिल्ली, 27 अप्रैल: अपोज़ीशन के मुतालबों की परवाह किए बगै़र हुकूमत ने आज मर्कज़ी वज़ीरे क़ानून अश्वनी कुमार के इस्तीफ़े के मुतालिबे को ख़त्म‌ कर दिया। अश्वनी कुमार कह चुके हैं कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को कोयला अस्क़ाम के बारे में सी बी आई की रिपोर्ट के सिलसिले में कोई ग़लती नहीं की है। अपोज़ीशन पार्टियां उन के बर‌तरफ़ किए जाने का मुतालिबा कर रही हैं। उन्होंने वज़ीरे आज़म से भी मुलाक़ात करके इस मसले पर अपना नुक़्ता-ए-नज़र पेश किया।

वज़ीरे आज़म के अलावा उन्होंने मर्कज़ी वज़ीरे पार्लिमानी उमूर कमल नाथ से भी मुलाक़ात की। बादअज़ां कमल नाथ ने एक प्रेस कान्फ़्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि मर्कज़ी वज़ीरे क़ानून के इस्तीफ़े का सवाल ही नहीं पैदा होता। सी बी आई के हलफनामे के बारे में उन्होंने कहा कि फ़ैसला करना अदालत का काम है। अश्वनी कुमार के क़रीबी ज़राए ने कहा कि सी बी आई की जानिब से सुप्रीम कोर्ट में दाख़िल किए हुए हलफनामे के सिलसिले में अश्वनी कुमार की कोई ग़लती नहीं है।

बी जे पी ने आज वज़ीरे आज़म मनमोहन सिंह के इस्तीफ़े का मुतालिबा करते हुए इल्ज़ाम लगाया है कि वो मुक़द्दमे की तहक़ीक़ात से ख़ुद को बचाने के लिए मर्कज़ी विज़ारत क़ानून का इस्तिमाल कर रहे हैं। बी जे पी के क़ाइद राजीव प्रताप रूडी ने पार्लियामेंट के बाहर प्रेस कान्फ़्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि बी जे पी वज़ीरे आज़म के इस्तीफ़े के मुतालिबे पर अटल है।

सी बी आई के हलफनामे से साबित होता है कि वज़ीरे आज़म सी बी आई तहक़ीक़ात से ख़ुद को बचाने के लिए मर्कज़ी विज़ारत क़ानून का इस्तिमाल कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने मर्कज़ी वज़ीरे क़ानून अश्वनी कुमार के इस्तीफ़े का मुतालिबा किया और कहा कि सी बी आई के डायरेक्टर को कोयला ब्लॉक्स मुख़तस करने के अस्क़ाम की तहक़ीक़ात करनेवाली पब्लिक अकाऊंट्स कमेटी के इजलास पर तलब किया जाये। ये एहसास तक़वियत पाता है कि सी बी आई कांग्रेस ब्यूरो आफ़ अनोसटी गेशन बन चुकी है और इस ने तहक़ीक़ात के सिलसिले में हुकूमत की ख़ाहिशात के सामने ख़ुदसपुर्दगी करली है।