उत्तर प्रदेश असेंबली इंतेख़ाबात के चीफ़ सेक्रेटरी के ओहदे पर तक़र्रुरी के लिए आइन्दा यक्म और 2 मार्च को होने वाले इंटरव्यू को समाजवादी पार्टी (एस पी) ने इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वर्ज़ी क़रार देते हुए इलेक्शन कमीशन से इसकी तहरीरी शिकायत की है। समाजवादी पार्टी के जनरल सेक्रेटरी राम गोपाल यादव ने चीफ़ इलेक्शन कमीशन वाई एस क़ुरैशी को भेजे गए शिकायती ख़त में कहा है कि असेंबली इंतेख़ाबात की वजह से रियासत में इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ नाफ़िज़ है।
इसलिए ख़ुद इलेक्शन लड़ने वाले असेंबली के स्पीकर चीफ़ सेक्रेटरी की तक़र्रुरी नहीं कर सकते। मिस्टर यादव ने चीफ़ इलेक्शन कमिशनर से तक़र्रुरी के अमल को रोकने की अपील की है।मिस्टर यादव ने कहा कि असेंबली के मौजूदा चीफ़ सेक्रेटरी प्रदीप कुमार दूबे की तक़र्रुरी को चैलेंज करने वाली दरख़ास्त उस वक़्त सुप्रीम कोर्ट में ज़ेर इलतिवा है। बी एस पी की हुकूमत मज़ीद एक क़दम आगे बढ़ कर चीफ़ सेक्रेटरी की तक़र्रुरी करने जा रही है। मिस्टर दूबे के पास असेंबली के चीफ़ सेक्रेटरी का भी इज़ाफ़ी चार्ज है।
असेंबली सेक्रेटरी ने कुछ चुनिंदा अख़बारात में चीफ़ सेक्रेटरी के ओहदा पर तक़र्रुरी के लिए गुज़श्ता 26 जनवरी को इश्तेहार दिया था जिसमें दरख़ास्त दहिंदगान के लिए 35 से 52 बरस की उम्र और अदलिया और मुक़न्निना इदारे में काम करने के दस साल के तजुर्बा की शर्त थी। दिलचस्प बात ये है कि इस इश्तेहार में कहा गया था कि ये असेंबली स्पीकर का ख़ुसूसी इख्तेयार होगा कि वो उम्र और तजुर्बे में छूट दे। असेंबली सेक्रेट्रेट के ज़राए के मुताबिक़ चीफ़ सेक्रेटरी के ओहदा पर तक़र्रुरी के लिए पहली बार इस तरह का अमल अपनाया गया है और वो भी असेंबली इंतेख़ाबात से ऐन क़ब्ल, जबकि ज़ाबते के मुताबिक़ ये तक़र्रुरी उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के ज़रीया होनी चाहीए।
उत्तर प्रदेश असेंबली इंतेख़ाबात के चीफ़ सेक्रेटरी के ओहदे पर तक़र्रुरी के लिए आइन्दा यक्म और 2 मार्च को होने वाले इंटरव्यू को समाजवादी पार्टी (एस पी) ने इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वर्ज़ी क़रार देते हुए इलेक्शन कमीशन से इसकी तहरीरी शिकायत की है। समाजवादी पार्टी के जनरल सेक्रेटरी राम गोपाल यादव ने चीफ़ इलेक्शन कमीशन वाई एस क़ुरैशी को भेजे गए शिकायती ख़त में कहा है कि असेंबली इंतेख़ाबात की वजह से रियासत में इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ नाफ़िज़ है। इसलिए ख़ुद इलेक्शन लड़ने वाले असेंबली के स्पीकर चीफ़ सेक्रेटरी की तक़र्रुरी नहीं कर सकते।
मिस्टर यादव ने चीफ़ इलेक्शन कमिशनर से तक़र्रुरी के अमल को रोकने की अपील की है।मिस्टर यादव ने कहा कि असेंबली के मौजूदा चीफ़ सेक्रेटरी प्रदीप कुमार दूबे की तक़र्रुरी को चैलेंज करने वाली दरख़ास्त उस वक़्त सुप्रीम कोर्ट में ज़ेर इलतिवा है। बी एस पी की हुकूमत मज़ीद एक क़दम आगे बढ़ कर चीफ़ सेक्रेटरी की तक़र्रुरी करने जा रही है।
मिस्टर दूबे के पास असेंबली के चीफ़ सेक्रेटरी का भी इज़ाफ़ी चार्ज है। असेंबली सेक्रेटरी ने कुछ चुनिंदा अख़बारात में चीफ़ सेक्रेटरी के ओहदा पर तक़र्रुरी के लिए गुज़श्ता 26 जनवरी को इश्तेहार दिया था जिसमें दरख़ास्त दहिंदगान के लिए 35 से 52 बरस की उम्र और अदलिया और मुक़न्निना इदारे में काम करने के दस साल के तजुर्बा की शर्त थी।
दिलचस्प बात ये है कि इस इश्तेहार में कहा गया था कि ये असेंबली स्पीकर का ख़ुसूसी इख्तेयार होगा कि वो उम्र और तजुर्बे में छूट दे। असेंबली सेक्रेट्रेट के ज़राए के मुताबिक़ चीफ़ सेक्रेटरी के ओहदा पर तक़र्रुरी के लिए पहली बार इस तरह का अमल अपनाया गया है और वो भी असेंबली इंतेख़ाबात से ऐन क़ब्ल, जबकि ज़ाबते के मुताबिक़ ये तक़र्रुरी उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के ज़रीया होनी चाहीए।