अफ़ज़ल गुरु को फांसी के बाद सरबजीत की ज़िंदगी को ख़तरा था : दलबीर कौर

अमृतसर 27 अप्रैल: ( पी टी आई ) हिंदुस्तानी कैदी सरबजीत सिंह की बहन ने आज कहा कि अफ़ज़ल गुरु को हिंदूस्तान में फांसी दिए जाने के बाद पाकिस्तान में उनके भाई की ज़िंदगी को ख़तरा लाहक़ था और हमला का अंदेशा ज़ाहिर करके उन्होंने हुक्काम से राबिता किया था ताहम कोई कार्रवाई नहीं की गई ।

कैदियों की जानिब से सरबजीत पर हमला के बाद उन्होंने कहा कि अफ़ज़ल गुरु को फांसी के बाद से सरबजीत को कैदियों ने धमकाया था और उन का तेवर जारिहाना हो गए थे । उन्होंने कहा कि हिंदूस्तानी क़ियादत को इस ताल्लुक़ से वाक़िफ़ करवा दिया गया था ताहम किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की । उन्होंने कहा कि सरबजीत के वकील ओवैश शेख ने भी इस तरह की धमकियों के ताल्लुक़ से उन के दौरा हिंदूस्तान के मौके पर वाक़िफ़ करवाया था ।

उन्होंने वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह सदर नशीन यू पी ए सोनिया गांधी से ख़ाहिश की कि वो हिंदुस्तानी हाई कमीशन के ओहदेदारों को दवाख़ाना में सरबजीत से मुलाक़ात की हिदायत दें। उन्होंने उन्हें और दीगर अफ़राद ख़ानदान को पाकिस्तान का वीज़ा देने की भी ख़ाहिश की ताकि वो सरबजीत से मुलाक़ात कर सकें।

हमला के मुश्तबा मुल्ज़िम का सरबजीत से झगड़ा हुआ था

इस दौरान मालूम हुआ है कि हिंदूस्तानी कैदी सरबजीत सिंह पर हमला के असल मुश्तबा मुल्ज़िम का सरबजीत से कुछ दिन क़ब्ल झगड़ा हुआ था ताहम पाकिस्तानी हुक्काम ने इसका कोई नोट नहीं लिया । ज़राए के बमूजब ( मुताबिक) सज़ाए मौत पाने वाले कैदी आमिर आफ़ताब ने सरबजीत पर कुछ दिन क़ब्ल भी हमला करने की कोशिश किया था और इस पर तंज़ किया था ।

कहा गया है कि आमिर उन छः कैदियों में एक था जिन्होंने आज सरबजीत पर हमला किया था ।