बिकानीर, 11 फ़रवरी: सुन्नी मुसलमानों के अहम इदारा ऑल इंडिया उल्मा-ओ-मशाइख़ बोर्ड ने आज पार्लिमेंट पर हमले के ज़िम्मेदार अफ़ज़ल गुरु को फांसी दिए जाने का ख़ौरमक़दम किया और मुसलमानों पर ज़ोर दिया कि वो हिन्दुस्तानियों के साथ मिलजुलकर पुरअमन तौर पर रहते हुए तरक़्क़ी करें और नफ़रत फैलाने वाले जुनूनियों से दूर रहें।
एक महा पंचायत में जिस का मक़सद इंतेहा पसंदों के ख़तरात के ख़िलाफ़ मुस्लिम बिरादरी को बेदार करना था। उल्मा मशाइख़ बोर्ड ने मुसलमानों पर ज़ोर दिया कि वो नफ़रत फैलाने वालों से चौकस रहें। उन्होंने फ़िल्म विश्वा रूपम को बे मक़सद और बेशऊरी से ताबीर किया। मौलाना अशर्फ़ अली खच्चू चोई जनरल सेक्रेटरी-ओ-बानी बोर्ड ने कहा कि दहश्तगर्द एक दहश्तगर्द ही होता है।
अफ़ज़ल गुरु के केस में क़ानून ने अपना काम किया है। इस मसले पर हिन्दुस्तानी अवाम के दरमियान कोई इख़तिलाफ़ राय नहीं होनी चाहिये। इस इजतेमा में राजिस्थान और पड़ोसी रियासतों से हज़ारों मुसलमानों ने शिरकत की। उल्मा-ओ-मशाइख़ीन बोर्ड ने मुसलमानों पर ज़ोर दिया कि वो अब्ना-ए-वतन के दरमियान पैदा होने वाले इख़तिलाफ़ात को दूर करें।