वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज अफ़्ग़ानिस्तान की पुरअमन, जम्हूरी और ख़ुशहाल मुल़्क की तामीर के लिए इसकी कोशिशों में इआनत करने के लिए हिंदूस्तान के गैर मुतज़लज़ल अह्द का इआदा किया और उम्मीद ज़ाहिर की कि कलीदी बाहमी शराकतदारी आने वाले नाज़ुक दौर में मज़ीद मज़बूत होगी।
वज़ीर-ए-आज़म की जानिब से ये तीक़न तब दिया गया जब अफ़्ग़ान वज़ीर ख़ारिजा ज़लमी रसूल ने इन से यहां उन की क़ियामगाह पर मुलाक़ात की। वज़ारत उमूर ख़ारिजा के जारी कर्दा एक ब्यान में कहा गया कि डाक्टर सिंह ने अफ़्ग़ानिस्तान की हुकूमत और वहां के अवाम की पुरअमन, मुस्तहकम, जमहूरी और ख़ुशहाल मुल़्क की तामीर के लिए उन की सुई में मुआवनत करने हिंदूस्तान के अह्द का इआदा किया है।
डाक्टर सिंह ने इंडिया अफ़्ग़ानिस्तान पार्टनरशिप कौंसल के पहले सेशन के इनइक़ाद का ख़ैरमक़दम करते हुए उम्मीद ज़ाहिर की कि दोनों मुल्कों के दरमियान स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप आने वाले नाज़ुक दौर में मज़ीद तक़वियत पाएगी। वज़ीर-ए-आज़म ने सदर हामिद करज़ई और अफ़्ग़ानिस्तान के दीगर क़ाइदीन के लिए अपनी नेक तमन्नाएं पेश कीं।
दूसरी तरफ़ ज़लमी रसूल ने हिंदूस्तान की दोस्ती, सख़ावत भरी इआनत और अफ़्ग़ानिस्तान के इस्तेहकाम, उसकी तामीर नौ और मआशी फ़रोग़ के अमल में अदा किए जाने वाले कलीदी रोल के लिए अपने मुल़्क की तरफ़ से इज़हार-ए-तशक्कुर किया। क़बल अज़ीं दिन में वज़ीर उमूर ख़ारिजा एस एम कृष्णा और ज़लमी रसूल ने इंडिया अफ़्ग़ानिस्तान पार्टनरशिप कौंसल के इफ़्तेताही सेशन की मुश्तर्क सदारत की जबकि इस कौंसल को डाक्टर सिंह और करज़ई के अक्तूबर 2011 में दस्तख़त कर्दा स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट पर अमल आवरी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
डाक्टर सिंह के साथ अपनी मुलाक़ात के इलावा जिसके दौरान दोनों ने बाहम दिलचस्पी के कई बाहमी, इलाक़ाई और आलमी मसाएल पर तबादला ख़्याल किया, ज़लमी रसूल ने इस एम कृष्णा और क़ौमी सलामती मुशीर शिव शंकर मेनन के साथ भी बात चीत मुनाक़िद की।