अफ़्ग़ानिस्तान में बैरूनी मुदाख़लतों का ख़ातमा लाज़िमी-हामिद अंसारी

दौरा-ए-तुर्की पर इज़हारे इतमीनान , तुर्क क़ियादत भी अफ़्ग़ान बोहरान की यकसूई की कोशिशों में मसरूफ़ , नायब सदरे हामिद अंसारी की मीडीया से बातचीत ज़हीरउद्दीन अली ख़ां ख़ुसूसी तय्यारा से । 16 अक्तूबर (पी टी आई) नायब सदर जमहूरीया जनाब हामिद अंसारी ने अफ़्ग़ानिस्तान में बैरूनी मुदाख़लतों के ख़ातमे पर ज़ोर देते हुए कहा कि बोहरान का पायदार हल इस मुल़्क की बाइख़तियार-ओ-ख़ुदमुख़तार हुकूमत की मर्ज़ी पर मबनी होना चाहिए। जनाब हामिद अंसारी तुर्की के छः रोज़ा सरकारी दौरे से वापसी के दौरान ख़ुसूसी तय्यारे में उन के साथ मौजूद मीडीया टीम से बातचीत कररहे थी। उन्हों ने अपने दौरा-ए-तुर्की को इंतिहाई संजीदा, साज़गार और इतमीनान बख़श क़रार दिया। उन्हों ने मज़ीद कहा कि तर्क हुकूमत भी अफ़्ग़ानिस्तान में मुतहारिब मुख़्तलिफ़ ग्रुपों के माबैन मुसालहत की मुख़्तलिफ़ तरीक़ों से कोशिश कररही है, क्योंकि अफ़्ग़ानिस्तान के साथ तुर्की के क़दीम और ख़ुशगवार ताल्लुक़ात रहे हैं। वाज़िह रहे कि जनाब हामिद अंसारी ने 11 अक्तूबर को अनक़रा में सदर अबदुल्लाह गिल और वज़ीर-ए-आज़म रजब तुय्यब अरदगान से मुलाक़ात के मौक़ा पर मुख़्तलिफ़ बाहमी, इलाक़ाई और आलमी उमोर पर बातचीत के दौरान अफ़्ग़ानिस्तान की सूरत-ए-हाल पर ख़ुसूसीयत के साथ गुफ़्त-ओ-शनीद की थी। नायब सदर ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान में अमन के अमल से दो पहलू वाबस्ता हैं और पहले का ताल्लुक़ ख़ुद अफ़्ग़ानिस्तान से है जबकि दूसरे का ताल्लुक़ बैन-उल-अक़वामी मुदाख़लतों से है जिन्हें (मुदाख़लतों को) ख़तम किया जाना चाहिए। उन्हों ने मज़ीद कहा कि ये अमर इंतिहाई अफ़सोसनाक है किसी ना किसी वजह से इस जंग ज़दा मुल्क में बैरूनी मुदाख़िलतें होती रही हैं और मसला अफ़्ग़ानिस्तान का उस वक़्त तक पायदार हल बरामद नहीं होसकता जब बैरूनी मुदाख़लतों को ख़तम नहीं किया जाता।अफ़्ग़ान बोहरान पर मुख़्तलिफ़ सवालात का जवाब देते हुए उन्हों ने मज़ीद कहा कि इस्तंबोल में बहुत जल्द अफ़्ग़ान कान्फ़्रैंस मुनाक़िद होगी जिस में हिंदूस्तान को भी मदऊ किया गया है। इलावा अज़ीं जर्मन दार-उल-हकूमत बाण में रवां साल के अवाख़िर में भी ऐसी ही एक कान्फ़्रैंस मुनाक़िद होगी जिस में ना सिर्फ अफ़्ग़ान बोहरान का पायदार हल तलाश करने की कोशिश की जाएगी बल्कि गुज़श्ता कई दहाईयों से जंग, दाख़िली इंतिशार-ओ-अफ़रातफ़री से बुरी तरह मुतास्सिर इस मुल़्क की तामीर जदीद के लिए फ़राख़दिलाना इमदाद के बारे में अहम फ़ैसले किए जाएंगी। जनाब हामिद अंसारी ने कहा कि अपने मसाइल हल करने केलिए सब से ख़ुद अफ़्ग़ानिस्तान को पहल करना होगा और इस के बाद बैन-उल-अक़वामी बिरादरी केलिए ये लाज़िम होगा कि वो इस मलिक के दाख़िली उमोर में बैरूनी मुदाख़लतों का मुकम्मल तौर पर ख़ातमा करी। एक सवाल पर कि आया आप अमरीकी मुदाख़लतों का हवाला दे रहे हैं, उन्हों ने जवाब दिया कि मैं तमाम समतों की तरफ़ इशारा कररहा हूँ । बहरहाल तमाम बैरूनी मुदाख़िलतें ख़तम की जानी चाहीए और हर किसी को चाहीए कि वो अफ़्ग़ानिस्तान से तआवुन करी। अफ़्ग़ानिस्तान में अमन कोशिशों के बारे में जनाब हामिद अंसारी ने कहा कि हिंदूस्तान पहले ही अफ़्ग़ान सदर हामिद करज़ई के अमन मंसूबे की भरपूर ताईद करचुका है । हिंदूस्तान का ये नज़रिया है कि अफ़्ग़ान अमन मसाई में शरीक हर मुक़ामी फ़रीक़ को अपने क़ौमी दस्तूर के मुताबिक़ मुज़ाकरात में हिस्सा लेना चाहिए।