सदर तेलुगू देशम इन चंद्राबाबू नायडू ने आज सदर जमहूरीया परनब मुकर्जी और सयासी पार्टियों के क़ाइदीन से मुलाक़ात करते हुए अलाहिदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम और आंध्र प्रदेश में तक़सीम के मसले का दोस्ताना हल निकालने की कोशिश की।
सदर जमहूरीया को पेश करदा याददाश्त में चंद्रा बाबू नायडू ने कांग्रेस पर इल्ज़ाम लागया कि वो एक हस्सास मसले के साथ सयासी मक़सद से निमटने में मसरूफ़ है।
उन्होंने इल्ज़ाम लागया कि वज़ीर आज़म मनमोहन सिंह ने भी रियासत की तक़सीम के मसले को कांग्रेस पार्टी का दाख़िली मुआमला समझ कर निमटा है और वो इस बोहरान का हल तलाश करने में नाकाम हुए हैं , रियासत में होने वाली हंगामा ख़ेज़ तब्दीलियों के पेश नज़र उन्होंने 9 अगस्त और 28 अगस्त को वज़ीर आज़म को मकतूब लिखा था।
उनसे दरख़ास्त की थी कि वो तेलंगाना के क़ियाम और आंध्र के बोहरान का दोस्ताना हल निकालने की कोशिश करें। दोनों एहतेजाजी ग्रुपों के दरमियान मुसालहत पैदा करते हुए एहतेजाज ख़त्म करादें लेकिन हकूमत-ए-हिन्द की तरफ से कोई समझदारी का काम नहीं किया गया।
चंद्राबाबू नायडू ने कहा कि जब रियासत के अवाम में गुम-ओ-ग़ुस्सा और ब्रहमी पैदा हुई तो ये तवक़्क़ो की जा रही थी कि वज़ीर आज़म एक मुदब्बिराना क़दम उठाते हुए फ़हम-ओ-फ़िरासत के साथ मसाइल को हल करेंगे लेकिन एसा कुछ नहीं हुआ।
वज़ीर आज़म ने ए पी एन जी औज़ के क़ाइदीन को ए के अनटोनी कमेटी से मुलाक़ात करने का मश्वरा दिया ताकि वो अपनी शिकायात उसे (कमेटी ) को पेश करसकें।
वज़ीर आज़म का एसा करना गैर मुनासिब था क्युंकि अनटोनी कमेटी का क़ियाम कांग्रेस पार्टी के दाख़िली तनाज़े हल करने के लिये अमल में आया था।
चंद्रा बाबू नायडू ने सदर जमहूरीया परनब मुकर्जी से कहा कि वो मुख़्तलिफ़ जवाइंट एक्शन कमेटीयों , सियोल सोसाइटी तनज़ीमों और दुसरे दोनों सीमा आंध्र और तेलंगाना इलाक़ों के दावेदारों के साथ ज़रूरी तबादला ख़्याल करते हुए हल निकालें ।
उन्होंने सदर जमहूरीया से ख़ाहिश की के वो मदाख़िलत करते हुए मर्कज़ को हिदायत दें कि रियासत के दोनों इलाक़ों से ताल्लुक़ रखने वाले एहतेजाजी अवाम से फ़ौरी तबादला ख़्याल करे और इस सुलगते मसला का दोस्ताना हल तलाश करें।