आइएसआइएस टेली मार्केटिंग के जरिये नौजवानों को जोड़ने की कर रही कोशिश

सीतामढ़ी : दशहतगर्द तंजीम आइएसआइएस ने टेली मार्केटिंग के जरीय अब भारतीय इलाके में पांव पसारना शुरू कर दिया है. टेली मार्केटिंग के जरीये भारतीय नौजवानों को तंजीम से जुड़ने पर रुपये व दीगर सहूलत का लालच दिया जा रहा है. खुफिया महकमा को इसकी भनक लगने के बाद स्पेशल ब्रांच के एसपी ने बिहार के तमाम जिलों के डीएम व एसपी को ख़त भेज कर अलर्ट रहते हुए लंबी कॉल ड्यूरेशन वाले कॉल की निगरानी करने को कहा है.

खुफिया महकमा के एसपी के मुताबिक गुजिश्ता 29 जनवरी को सुबह 8.45 बजे सरदार वल्लभ भाई पटेल कॉलेज, भभुआ के स्टूडेंट्स मुकेश कुमार को एक नंबर-9233320434463 से फोन आया, जिसे मुकेश ने नहीं उठाया. कुछ देर बाद मुकेश ने अपने मोबाइल नंबर-7301386597 से कॉल बैक किया तो उधर से कहा गया ‘मैं इस्लामाबाद पाकिस्तान से बोल रहा हूं’. मैं आइएसआइएस का सरगर्म मेंबर हूँ. तुम भी इस तंजीम से जुड़ जाओ. बहत पैसा व सुविधा मिलेगी. इस पर स्टूडेंट्स मुकेश कुमार ने इनकार कर दिया. इसके बाद फोन काट दिया गया. ख़त में बताया गया है कि पाकिस्तान का एसटीडी कोड +92 है.

पूरे कॉल सेंटर के खुलासे की जरूरत

खुफिया महकमा का कहना है कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि टेली मार्केटिंग की तर्ज पर किसी कॉल सेंटर से रैंडम कॉलिंग से रियासत के दीगर जिलों के अनेक नंबरों पर राब्ता किया गया हो. इसकी ट्रैकिंग कर और लंबी कॉल ड्यूरेशन वाले और दुबारा कॉल किये जाने वाले नंबरों की निगरानी कर आइएसआइएस में ख्वाहिशमंद नौजवानों का पता लगाया जा सकता है.

खुफिया महकमा की सोच है कि आइएसआइएस के सरगर्म मेंबर की हरकत भारतीय नौजवानों को अपने तंज़ीम में शामिल करने की मंसूबा का हिस्सा मालूम होता है. इस वजह से फ़ौरन इंतेजामिया का अलर्ट व वक़्त रहते कार्रवाई करने की जरूरत है.